खंडवा। सिख पंथ के संस्थापक गुरु गुरूनानक देव ने पुरुष और स्त्री को बराबर का दर्जा दिया है. वहीं खंडवा में सिख समाज द्वारा परिवार में मां की मौत के बाद दो बेटियों ने अपनी मां को मुखाग्नि देकर गुरुनानक की गुरुवाणी का सही मायने में अनुसरण किया.
दरअसल, गुरुनानक स्कूल की प्राचार्य, दूध तलाई निवासी रणजीत कौर होरा के निधन के बाद मुखाग्नि देने के लिए परिवार में उनका कोई बेटा नहीं था. वहीं रणजीत कौर की 2 बेटियां सिल्की कौर टूटेजा और सोनम कौर होरा ने मां को मुखाग्नि देने की इच्छा जताई, इस पर मामा भूपेंद्र सिंह खनूजा ने सहमति दे दी और हरिश्चंद्र मुक्तिधाम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.