कटनी। जिले में प्रसिद्ध हजरत इत्र शाह चिश्ती पीरबाबा साहब की दरगाह पर 2 दिवसीय उर्स का आयोजन किया गया. इस दरगाह पर हर साल उर्स का आयोजन किया जाता है. इसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं.
दो दिवसीय उर्स का हुआ आयोजन, मशहूर कलाकारों ने पेश की कव्वाली - मुसलमान
ग्वालियर के सिद्ध हजरत इत्र शाह चिश्ती पीरबाबा साहब की दरगाह पर 2 दिवसीय उर्स का आयोजन किया गया. जिसमें कई कलाकारों ने एक से बढ़कर एक कव्वालियां पेश की.
लोगों का मानना है कि इस पवित्र स्थान पर लोग ईमानदारी और विश्वास के साथ जो भी मुराद मांगते हैं, वो जरूर पूरी होती है. ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के चेयरमैन डॉक्टर साफ मीर नूर मियां साहब समेत कई कलाकार यहां मौजूद रहे. यहां कलाकार चांद जमीं समेत अन्य कलाकारों ने कव्वाली पेश की. इस मौके पर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सहित दूसरे शहरों से आए लोगों ने पीरबाबा की दरगाह पर फूल और चादर चढ़ाई और दुआ मांगी.
खास बात यह है कि पीरबाबा मजार के सामने राधा कृष्ण हनुमानजी का विशाल मंदिर है. हिंदू-मुस्लिम मिलकर दोनों धार्मिक स्थल को शानशौकत से सजाते आ रहे हैं. यही कारण है कि कटनी में कौमी एकता एक मिसाल के रूप में जानी जाती है. पीरबाबा उर्स कमेटी के सदस्यों ने बाहर से आए लोगों के ठहरने और उनके खाने का इंतजाम किया. यहां आए मशहूर कलाकार चांद जमी का कहना है कि वे पहली बार कटनी आए हैं और यहां कौमी एकता को देखकर उनका मन खुश हो गया. उन्होंने कहा कि ''न हिंदू बुरा होता है और न मुसलमान बुरा होता है, बल्कि बुराई आ जाए तो पूरा इंसान बुरा होता है.''