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कैमोर ACC सीमेंट फैक्ट्री बनी स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत का सबब - फायर की राख

कैमोर ACC सीमेंट फैक्ट्री स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. एसीसी सीमेंट प्लांट में इन दिनों प्लाय एश खुले मालगाड़ियों के डिब्बे में लाई जा रही हैं.

ACC सीमेंट फैक्ट्री
ACC सीमेंट फैक्ट्री

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Published : Feb 23, 2021, 2:24 PM IST

कटनी। मध्यप्रदेश का कटनी जिला जिसकी पहचान औद्योगिक नगरी कैमोर के नाम से प्रसिद्ध है, लेकिन 17830 घरों में निवास करने वाली कैमोर की जनता एसीसी सीमेंट प्लांट के तानाशाही रवैया से बहुत परेशान है. इनकी परेशानी का कारण एसीसी सीमेंट प्लांट में आने वाली फ्लाय एश है. जो इन दिनों खुले मालगाड़ियों के डिब्बे में लाई जा रही हैं. मालगाड़ी से आने व अनलोडिंग करते समय फ्लाय एश हवा में घुलकर लोगों के शरीर में जा रही है. जिससे लोगों को सांस से संबंधित कई होने की आशंका भी बढ़ गई है.

कैमोर ACC सीमेंट फैक्ट्री

मालगाड़ी में लोड फायर की राख सेस्थानीय निवासी परेशान

देशभर में फैले प्रदूषण की हालत किसी से छिपी नहीं है, लेकिन इसे रोकने का काम किस कछुए चाल से चल रहा है. ये भी सभी जानते है. कुछ यही हाल कटनी जिले के कैमोर क्षेत्र का भी है. जहां कैमोर में आने वाली मालगाड़ी में लोड फायर एश से लोग खासा परेशान है. इसी के चलते कैमोर नगर वासियो में एसीसी के खिलाफ विरोध शुरु कर दिया और बंद करने की मांग कर रहे हैं और डस्ट से छुटकारा दिलाने की मांग कर रहे है. जिससे कैमोर नगर वासियो डस्ट की परेशानी कम हो जाए.


स्वास्थ्य संबंधी हो सकती है कई परेशानी

वहीं फायर एश की डस्ट से होने वाले नुकसान के बारे मे जिला चिकित्सालय के डाक्टर से बात की गई तो डाक्टर के बताया कि फायर एश की डस्ट स्वास्थ्य के अस्तमा समेत कई हानिकारक बीमारियां होती है, लेकिन एसीसी सीमेंट प्लांट कैमोर के एचआर डिपार्टमेंट के हेड एचपी सिंह ने पहले तो मामले मे अनजान बने रहे,फिर सफाई देते हुए पहले ट्रायल की बात बोले और फिर आई टी डिपार्टमेंट के जांच की बात कह अपना पलडा झाड लिया.

क्या प्रशासन करेगा कार्रवाई?

वहीं इस मामले मे एसडीएम विजयराघवगढ़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत आई है जिसे लेकर एसीसी के एचआर हेड से बात की गई है. वहीं पूरे मामले की जांच प्रदूषण विभाग से करने का बोल कर अपना पलडा झाड़ लिया. फिलहाल अब देखना है कि इस मामले मे प्रशासन और एसीसी प्लांट का क्या रवैया रहता. जनता को परेशानी से निजात मिलेगी या फिर परेशानी बनी रहेगी.

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