झाबुआ। बीते दिन मंगलवार को भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने उतरे कांग्रेस नेता अपनी ही बयानबाजी में फंसते दिखाई दे रहे हैं. झाबुआ के आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने धरने के दौरान अपने भाषण और मीडिया को दिए बयान में कोविड-19 में देशभर में मरने वालों का आंकड़ा ढाई लाख से ज्यादा बताया था, जबकि यह वास्तविक आंकड़े से कहीं ज्यादा है.
खुद के बयान में फंसते नजर आ रहे कांतिलाल भूरिया बुधवार को भाजपा नेता और अधिवक्ता ओम शर्मा ने विधायक कांतिलाल भूरिया के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर कोतवाली पहुंचे और थाना प्रभारी से मुलाकात की.
ओम शर्मा का कहना है कि कोविड-19 के संबंध में भारत सरकार की स्पष्ट गाइडलाइन है, जिसमें इस बीमारी के संबंध में भ्रामक प्रचार करना कानूनन अपराध है, शर्मा ने महामारी एक्ट के तहत भूरिया के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए कोतवाली में आवेदन भी दिया है.
मंगलवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान विधायक कांतिलाल भूरिया ने कोविड-19 के संबंध में भ्रामक जानकारी दी थी, इसे लेकर उनकी शहर सहित प्रदेशभर में आलोचना होने लगी है. इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है. अब भूरिया अपने ही बयानों में उलझते नजर आ रहे हैं.