जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में एक सामाजिक संस्था का दावा है कि, मध्यप्रदेश में हर 100 मिनट में कोरोना वायरस की वजह से एक शख्स की जान जा रही है. सामाजिक संस्था का कहना है कि, कोरोना वायरस के प्रसार में कहीं न कहीं मास्क और पीपीई किट एक वजह बन गया है.
मास्क और पीपीई किट डिस्पोज करने में लापरवाही, NGT ने जारी किया नोटिस - पीपीई किट का इस्तेमाल
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य कर्मी मास्क और पीपीई किट का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इन्हें सही ढंग से डिस्पोज नहीं किया जा रहा है, जिसके बाद अब NGT ने प्रदेश सरकार और जबलपुर जिला प्रशासन को नोटिस भेजा है.
दरअसल लोग मास्क और पीपीई किट का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इन्हें सही ढंग से डिस्पोज नहीं किया जा रहा है, मास्क और पीपीई किट का कचरा सार्वजनिक तरीके से फेंका जा रहा है. जिससे महामारी फैल रही है. सामाजिक संस्था का कहना है कि, मास्क और पीपीई किट बायो मेडिकल वेस्ट की तरह नष्ट किया जाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. संस्था ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की थी. याचिका पर सुनवाई करते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राज्य सरकार और जबलपुर जिला प्रशासन को नोटिस जारी किया है और इस मामले में जवाब मांगा है.