जबलपुर में लाउडस्पीकर हटाने प्रशासन ने बनाई खास रणनीति, सख्ती होगी या समन्वय से
मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के आदेश दिए हैं. जबलपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में जल्द ही दोनों धर्म के प्रमुखों से बात करके सामंजस्य बैठाने की कोशिश करेंगे और कोशिश यह की जाएगी कि बिना किसी जोर जबरदस्ती के लोग अपने मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर अलग कर लें. Loud speakers jabalpu
जबलपुर में लाउडस्पीकर हटाने के लिए प्रशासन बनाई था रणनीति
जबलपुर में लाउडस्पीकर हटाने के लिए प्रशासन बनाई था रणनीति
जबलपुर। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यभार संभालते ही मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के आदेश दिए. यह आदेश मंदिर और मस्जिद दोनों के लिए लागू है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार कोलाहल एक्ट के तहत तय मानक से ज्यादा आवाज पैदा करने वाले स्पीकर हटाए जाने हैं. लाउडस्पीकर से जो आवाज निकलती है वह कोलाहल एक्ट के नियमों के विरुद्ध है. इसलिए इन्हें हटाया जाना तय किया गया है. जबलपुर शहर की एडिशनल एसपी प्रियंका शुक्ला का कहना है कि उन्हें जो आदेश सरकार की ओर से प्राप्त हुआ है. Loud speakers jabalpu
दोनों धर्म प्रमुखों के साथ होगी बैठक :पहले इस काम को समन्वय के साथ करना है. इसमें दोनों ही धर्म के प्रमुखों से चर्चा किया जाना है और सभी से इस बात की अपील की जा रही है कि वह खुद ही लाउडस्पीकर धार्मिक स्थानों से अलग कर लें. इसके बाद भी यदि कोई इन नियमों को नहीं मानेगा तो पुलिस और प्रशासन मिलकर इनको हटाने का काम करेगी लेकिन शुरुआत में इस काम को समन्वय के साथ करने की बात कही गई है. Loud speakers jabalpu
कहीं आरती तो कहीं अजान :जबलपुर में मंदिर और मस्जिद दोनों में ही लाउडस्पीकर लगे हुए हैं कहीं इन लाउडस्पीकर के जरिए आरती की जा रही है तो कहीं अजान दी जा रही है. यह तो रोजमर्रा की बात हो गई कि इसे समय-समय पर तेज आवाज निकलती है लेकिन किसी भी धर्म का त्योहार जब करीब आता है, तब बड़े-बड़े स्पीकर लगाकर तेज आवाज में धार्मिक गीत चलाए जाते हैं और इसे इतना अधिक शोर होता है की उनके आसपास से गुजरने वाले लोगों को बेहद परेशानी होती है.
संभलकर कदम उठा रहा प्रशासन :समन्वय और शांति के साथ यदि इस काम को किया गया तब तो ठीक है लेकिन यदि कहीं जबरदस्ती की गई तो प्रशासन और पुलिस के लिए स्थिति अराजक भी हो सकती है. अब इस मामले में अधिकारियों के प्रशासनिक कौशल को देखने का मौका मिलेगा की कैसे वे शांति से इस आदेश का पालन करवा सकते हैं या नहीं हालांकि अभी तक इस आदेश को मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने से कम और मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने से ज्यादा जोड़ा जा रहा है. Loud speakers jabalpu