जबलपुर।आपने फिल्मों में ऐसे कई घटनाओं को देखा होगा, जिसमें राजनीति की आड़ में अपराधी पुलिस के शिंकजे से बच कर चले जाते हैं. यही नहीं अपराधी खुद पुलिस को अपने कब्जे में कर लेते हैं. ऐसी कहानी जबलपुर से सामने आई है, जो आपके होश उड़ा देने के लिए काफी है.
- अपराधी कैसे बना राजनेता ?
साल 2016 यह वो साल था, जब पुलिस कादीर खान की तलाश कर रही थी, जब पुलिस को कादीर नहीं मिला, तो पुलिस ने उस पर 10 हजार के इनाम की घोषणा कर दी. पुलिस को उम्मीद थी, कि आरोपी जल्द ही सलाखों पीछे होगा. लेकिन उम्मीद साल 2016 में ही टूट गई. कादीर ने सीएम के मंच पर जाकर बीजेपी की सदस्यता ले ली. हालांकि बीजेपी ने कादीर खान के बीजेपी में शामिल होने की बात से इनकार किया है. इधर कांग्रेस पार्षद ताहिर अली का कहना है कि उन्होंने 2016 में कदीर खान के बीजेपी में शामिल होने का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि आखिर कैसे एक अपराधी राजनीतिक दल में शामिल हो सकता है.
- सीएम की दहाड़ अपराधियों की बहार !
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सुशासन लाने के लिए अपराधियों को लटका दूंगा, टांग दूंगा जैसे भाषण मंच से दे रहे हैं, पर अब उन्ही की पार्टी में अपराधी और गैर कानूनी काम करने वाले जुड़ते जा रहे हैं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ मंच साझा करने वाले आरोपी कदीर खान पर थाना अधारताल में कई संगीन मामलों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं, साथ ही एसपी ने अपराधी कदीर खान पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है, एक कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह और पूर्व मंत्री अंचल सोनकर के साथ मंच साझा करने वाले कदीर खान उर्फ कज्जू के खिलाफ 48 संगीन अपराध दर्ज हैं, आरोपी कदीर खान को सीएम की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता भी दिलवाई गई थी.
- 10 हजार के इनामी बदमाश कादीर खान पर कई मामले दर्ज