इंदौर। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की रणनीतिक संभावनाओं के बीच इस बार मालवा निमाड़ को भी मंत्रिमंडल में सीमित स्थान ही मिल पाएगा. हालांकि उम्मीद की जा रही है कि इंदौर से भाजपा के दो और अंचल से सिंधिया समर्थकों को मिलाकर करीब आधा दर्जन वरिष्ठ विधायकों को शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
दरअसल मालवा निमाड़ के क्षेत्रीय समीकरणों पर गौर किया जाए तो ग्वालियर चंबल की तरह ही यहां भी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले दावेदारों के बीच भारी रस्साकशी का माहौल है, फिलहाल जो नाम तय माने जा रहे हैं. उनमें प्रत्येक जिले से दो-दो दावेदारों के बीच सीधा मुकाबला है इंदौर से रमेश मेंदोला और उषा ठाकुर के नाम है. धार से राज्यवर्धन सिंह और नीना वर्मा की दावेदारी है तो वहीं मंदसौर से हरदीप सिंह डंग और जगदीश देवड़ा और रतलाम से ओम सकलेचा चैतन्य कश्यप के नाम शामिल होने की संभावना है. इनके अलावा कुंवर विजय शाह उज्जैन से मोहन यादव और यशपाल सिंह सिसोदिया के नाम भी दावेदारों की सूची में है.
ऐसी स्थिति में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में अपने करीबियों को शामिल कराने को लेकर पशोपेश में हैं, सभी विधायकों के संगठन में सीधे दखल के अलावा केंद्रीय नेतृत्व से सीधी पकड़ के कारण किसी की भी दावेदारी को अस्वीकार करना सत्ता और संगठन के लिए भी भारी पड़ सकता है. यही वजह है कि मंत्रिमंडल में एक-एक नाम को लेकर सत्ता संगठन के साथ शीर्ष नेतृत्व की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है. स्वीकृति और सहमति मिलने के बाद ही मंत्रिमंडल के नामों की सूची फाइनल की जा सकेगी.