इंदौर। इंदौर के किशनगंज थाना क्षेत्र के राजमार्ग पर लूट की घटनाएं सामने आ रही थी. पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपियों को ट्रेप करने के लिए अपने दो आरक्षक को वहीं पर सादी वर्दी में तैनात किया. इसी दौरान दो बदमाश उनके पास आए और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहा कि तुमने एक्सीडेंट किया है. थाने चलना पड़ेगा. दोनों बदमाश सादी वर्दी में तैनात आरक्षकों के साथ में बदतमीजी करने लगे. उनकी गाड़ी को छीन कर ले जाने लगे. इसी दौरान सादी वर्दी में तैनात पुलिसकर्मियों ने आला अधिकारियों को सूचना दी. उसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी रवि व कपिल को अपनी गिरफ्त में लिया.
पकड़े गए आरोपियों से काफी बारीकी से पुलिसकर्मियों ने पूछताछ की तो उन्होंने हाईवे पर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देना कबूला है. उनके पास से तकरीबन 11 मोटरसाइकिलें और 4 लाख का अन्य समान जब्त किया है.
- एक आरोपी पुलिस की एफआरवी चला चुका है
दोनों आरोपी इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. एक आरोपी कपिल इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र की एक एफआरबी गाड़ी भी चला चुका है. जिसके कारण उसे पुलिसकर्मी किस तरह से काम करते हैं, इसके बारे में अच्छी तरह से अनुभव था. इसी को देखते हुए उसने इस तरह के अपने एक अन्य साथी के साथ लूटपाट की योजना बनाई. लगातार हाईवे पर अकेले जा रहे हैं लोगों को विभिन्न तरह से डरा धमका कर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते रहे.
- चोरी का माल खरिदने वालों को पुलिस ने पकड़ा
पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपियों के रिश्तेदार मुकेश और अंतर सिंह को भी गिरफ्तार किया है. मुकेश और अंतर सिंह कपिल और रवि से लूटी हुई गाड़ियों को सस्ते दामों में खरीदते थे. इन दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने कुछ मोटरसाइकिल जब्त की है.
आरोपियों से पुलिस ने एक नकली हैंडसेट भी जब्त किया है. इस हैंडसेट को दिखा कर आरोपी संबंधित व्यक्ति को पुलिसकर्मी बन धमकाते थे. उससे फिर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते थे. फिलहाल पुलिस इस तरह के हैंडसेट कहां पर बिकते हैं.