इंदौर।देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने विद्यालय तक्षशिला परिसर में विभिन्न विभागों में एडमिशन प्रक्रिया को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. हालांकि इस वर्ष भी सीईटी (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) को लेकर संशय नजर आ रहा है. विश्वविद्यालय हर वर्ष विभागों में छात्रों को एडमिशन देने के लिए सीईटी परीक्षा आयोजित करावाता है. लेकिन कोरोना महामारी के चलते पिछले वर्ष यह परीक्षा आयोजित नहीं कराई जा सकी थी.
नए सत्र में एडमिशन प्रक्रिया की तैयारी शुरु, सीईटी कराने पर विचार पिछले साल भी नहीं हुई सीईटी परीक्षा
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने 2020-21 की एडमिशन प्रक्रिया के लिए सीईटी आयोजित नहीं कराई थी. विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार कोरोना महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय ने सीईटी परीक्षा को निरस्त किया गया था. एडमिशन प्रक्रिया मेरिट के आधार पर आयोजित की गई थी, जिसमें छात्रों को वेबसाइट पर पंजीयन कराना था और पंजीयन कराने वाले छात्रों को मेरिट के आधार पर विभिन्न विभागों में प्रवेश दिया गया था.
इस साल मेरिट तैयार करने में होगी परेशानियां
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रेणु जैन के अनुसार वर्तमान में विश्वविद्यालय सीईटी के माध्यम से परीक्षा आयोजित कराए जाने को लेकर तैयारियां कर रहा है. वर्तमान में मेरिट को लेकर संशय की स्थिति बन रही है, क्योंकि अब तक 12वीं की मुख्य परीक्षा आयोजित नहीं कराई जा सकती. विश्वविद्यालय एडमिशन की प्रक्रिया के दौरान अगर मेरिट तैयार की जाती है, तो उसमें 12वीं की परीक्षा के अंकों की मुख्य भूमिका होती है. वर्तमान में अब तक 12वीं की परीक्षाएं नहीं हो सकी है, जिसके कारण विश्वविद्यालय सीईटी को लेकर ही तैयारियां की कर रहा है.
राज्य शासन ने जारी किया आदेश, 12 जनवरी तक जमा हो सकेंगे असाइनमेंट और अंक
सीईटी परीक्षा को लेकर चर्चा
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर रेणु जैन के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया को लेकर जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा. यह फैसला कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा. वर्तमान में प्रक्रिया को लेकर विभिन्न विभागाध्यक्ष से चर्चा की जा रही है. सभी की सहमति के बाद ही फैसला लिया जाएगा, हालांकि मुख्य तौर पर सीईटी कराए जाने पर विचार किया जा रहा है.