इंदौर।शहर में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. कोरोना की तेज रफ्तार के कारण जो जरूरत व उपचार की दवाईयां है उनकी जमकर कालाबाजारी हो रही है और ये मार्केट से गायब हैं. इन्हीं सब अव्यवस्थाओं के चलते एक मरीज ने एमपी हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में इलाज के दौरान इस्तेमाल होने वाली आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की मांग को लेकर याचिका लगाई है. दायर याचिका पर हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई हो सकती है.
दवा आपूर्ति को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर, जल्द हो सकती है सुनवाई - INDORE HIGH COURT
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी भी धड़ल्ले से की जा रही है. ऐसे में जिन मरीजों को जरूरी दवाईयों की जरूरत इलाज के दौरान पड़ती है, उन्हें समय पर दवा या इंजेक्शन नहीं मिलने से जान से हाथ धोना पड़ रहा है.
शहर में बढ़ रही दवाईयों की शार्टेज
इंदौर में कोरोना के इलाज में उपयोगी दवाईयों की शार्टेज लगातार बढ़ रही है. हाल ही में निजी हॉस्पिटल में भर्ती एक महिला मरीज को भी टोसिलजुबा नामक इंजेक्शन की आवश्यकता थी. लेकिन शहर में लगातार हो रही दवाईयों की कालाबाजारी के कारण महिला के लिए उक्त इंजेक्शन नहीं मिल पाया. जिस पर पीड़ित महिला ने पूरे मामले में हाईकोर्ट में जीने के अधिकार के तहत याचिका लगा दी. फिलहाल हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने इस याचिका को एक्सेप्ट कर लिया है. इस पूरे मामले में जल्द ही सुनवाई हो सकती है. वहीं याचिका में कहा गया है कि उक्त इंजेक्शन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार महिला ने संपर्क करने का प्रयास किया, सोशल मीडिया के जरिए भी संपर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कुछ समय पहले तक यह इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध था लेकिन अब उपलब्ध नहीं है.