इंदौर/दमोह। मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट आ चुका है. इस बजट को लेकर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. प्रधानमंत्री मोदी के बजट पर इंदौर के रहवासियों का कहना है कि इस बार के बजट में शिक्षा और बेरोजगारी दूर करने के मुद्दे को उपेक्षित कर दिया गया. रोजगार को लेकर जो वादे किए गए थे, वह बजट में नजर नहीं आए. उन्होंने कहा कि ये बजट आम आदमी का बजट नहीं है.
लोगों ने बजट पर दी प्रतिक्रिया, पेट्रोल-डीजल महंगा होने पर भी नाराज़गी
मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहले बजट को लेकर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
पेट्रोल-डीजल महंगा होने पर नाराज़गी
वहीं पेट्रोल-डीजल महंगा होने पर लोगों ने नाराज़गी जताई है. उन्होंने कहा कि इससे हर चीज़ का दाम बढ़ जाएगा और आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों की यह दरें ना केवल रोजमर्रा के सामान की कीमतें बढ़ाएंगी, बल्कि आम लोगों की जिंदगी पर भी असर डालेगी.
दमोह में रही मिलीजुली प्रतिक्रिया
वहीं दमोह में भी लोगों की बजट को लेकर आशा और निराशा दोनों नजर आई. लोग शिक्षा और बेरोजगारी के मुद्दे पर काफी निराश दिखे.