इंदौर।इंदौर पुलिस ने पिछले दिनों नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि उन्होंने कई नकली इंजेक्शन मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में खपा दिए हैं. जिसके बाद लगातार मामले की जांच की जा रही है. पड़ताल के लिए एसटीएफ चीफ भी अब इंदौर पहुंचे हैं. मामले में पकड़े गए आरोपियों के बयान के साथ ही जिन अधिकारियों ने इस पूरे मामले को अंजाम दिया उनके बयान भी लिए जा रहे हैं. पूरे मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किए सभी आरोपियों के पूछताछ तेज कर दी है. उनकी निशानदेही पर लगातार गिरफ्तारी भी की जा रही है. वहीं एसटीएफ चीफ ने मामले की बारीकी से जांच के निर्देश दिए हैं.
दवा बाजार में पुलिस ने दी दबिश
बता दें, सूरत की फैक्ट्री में बने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को इंदौर में सप्लाई करने वाले आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इंदौर के दवा व्यापारियों ने इंजेक्शन की खेप देवास जिले के सतवास के कुछ लोगों को भी दी थी. इनमें अब तक लगभग 150 इंजेक्शन पुलिस ने बरामद किए हैं. देवास के ग्राम बड़कन में इंदौर पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया. वहीं जांच में पुलिस ने 50 इंजेक्शन और बरामद किए हैं. वहीं आधा दर्जन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है, जो इसकी कालाबाजारी करतेे थे. आरोपियों के तार देवास और इंदौर के बड़े दवा कारोबारियों से जुड़े होने की बात सामने आई है.
इंदौर दवा बाजार की 3 दुकानों पर छापा
पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने दवा बाजार के तीन मेडिकल संचालकों के मेडिकल पर भी दबिश दी. इस दौरान इंदौर की विजय नगर पुलिस ने दवा बाजार में स्थित यति इंटरप्राइजेज, श्री भारत इंटरप्राइजेस पर दबिश दी. जांच में पुलिस ने इनके संचालकों को भी हिरासत में लिया है. जिनसे बारीकी से पूछताछ की जा रही है. पुलिस का अनुमान है कि जल्दी इसमें कुछ और आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है.