इंदौर। इंदौर शहर में लगातार कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ते देख नगर निगम ने कोरोना संक्रमित घरों से निकलने वाले कचरे को ट्रेचिंग ग्राउंड में नहीं भेजने का फैसला लिया है. अब यह कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड ना भेजकर विशेष सावधानी के साथ डिस्पोज के लिए इससे बायो मेडिकल वेस्ट कचरा मानकर इंसीनरेटर में भेजा जा रहा है.
इंदौर नगर निगम कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर से मिले कचरे को कर रहा इंसीनरेटर
इंदौर निगम ने कोरोना संक्रमित घरों से निकलने वाले कचरे को ट्रेचिंग ग्राउंड में नहीं भेजने का फैसला लिया है. अब यह कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड ना भेजकर विशेष सावधानी के साथ डिस्पोज के लिए इससे बायो मेडिकल वेस्ट कचरा मानकर इंसीनरेटर में भेजा जा रहा है.
दरअसल, इंदौर में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या देखकर नगर निगम हर कदम संभल कर उठा रहा है. नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह ने बताया कि आमतौर पर घरों से निकलने वाला कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड में भेजा जाता था. लेकिन लगातार बढ़ रहे शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घर से कचरा उठाने के लिए अलग से वाहन लगाए गए हैं. जहां से मिलने वाले कचरे को सीधे डिस्पोज करने के लिए बायो मेडिकल वेस्ट कचरा मानकर इंसीनरेटर में भेजा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि ताकि संक्रमित व्यक्तियों के संक्रमण को दूसरों तक फैलने से रोका जा सके. शहर के कुछ क्षेत्रों में फैले कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया और क्वॉरेंटाइन एरिया भी घोषित किया गया है. ऐसे क्षेत्रों से निकलने वाले कचरे को नगर निगम सतर्कता के साथ अलग वाहन से भेज कर डिस्पोज करती है. ताकि शहर के कि लोग सुरक्षित रहें.