इंदौर। देश भर में जहां कृषि कानून को लेकर लगातार विरोध जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ महू तहसील में कई किसान लंबे समय से अनुबंध खेती कर रहे हैं. वर्तमान में भी 50 से अधिक किसानों ने चिप्स बनाने वाली कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है. यह अनुबंध करीब 350 एकड़ से भी अधिक भूमि पर कृषि कार्य के लिए लिया गया है.
विभिन्न तहसीलों में आलू की बंपर खेती की जाती है, क्योंकि यहां आलू का अच्छा उत्पादन होता है. आलू उत्पादन को देखते हुए लंबे समय से निजी कंपनियों द्वारा किसानों से आलू की खेती को लेकर अनुबंध किए जाते हैं. वर्तमान में जहां कृषि कानून के दौरान अनुबंधित खेती को लेकर विरोध किया जा रहा है, तो वहीं क्षेत्र में पिछले कुछ सालों से कॉन्ट्रैक्ट पर ही खेती की जा रही है.
किसानों ने चिप्स बनाने वाली कंपनी से किया अनुबंध कॉन्ट्रैक्ट खेती करने वाले किसान राजेश उजीवाल का कहना है कि उनके द्वारा लगभग 3 साल से भी अधिक समय से अनुबंध खेती की जा रही है. अनुबंध खेती में किसानों को एक निश्चित मुनाफा मिलने की उम्मीद रहती है. अनुबंध की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा है. किसानों को इस दौरान अच्छी क्वॉलिटी का बीज और खाद उपलब्ध होता है, जिससे फसल का उत्पादन अधिक होता है.