इंदौर।बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का भले ही सरकार लाख दावा क्यों ना करे, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है. हाथ के घुसे तीर के साथ 150 किलोमीटर का सफर तय कर एक बुजुर्ग इलाज कराने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचा. जहां उसे स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ. दर्द से कराह रहा बुजुर्ग पैदल ही डॉक्टर के पास पहुंचा. तब जाकर उसका इलाज शुरू किया गया.
हाथ में घुसे तीर से साथ 150 कीलोमीटर का सफर तय कर बुजुर्ग पहुंचा MY अस्पताल - बुजुर्ग के हाथ में लगा तीर
हाथ के घुसे तीर के साथ 150 किलोमीटर का सफर तय कर एक बुजुर्ग इलाज कराने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचा. जहां उसे स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ. दर्द से कराह रहा बुजुर्ग पैदल ही डॉक्टर के पास पहुंचा. तब जाकर उसका इलाज शुरू किया गया.
पीड़ित के मुताबिक आपसी रंजिश में उस पर तीर से हमला किया गया, जो उसके दाहिने हाथ में घुस गया. धार और सरदारपुर में जब वो इलाज करवाने के लिए पहुंचा, तो उसे वहां के प्राथमिक हॉस्पिटल ने इलाज के लिए इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल भेज दिया. जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग टांडा के पास बेरी गांव का रहने वाला है और खेती का काम करता है. परिजनों के अनुसार झांगू घर पर ही बैठा था. तभी एक युवक ने तीर से बुजुर्ग पर हमला कर दिया. परिजनों का कहना है कि, आपसी लेनदेन में उस पर हमला किया गया.