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IAS गिरफ्तार: विवादों से रहा है संतोष वर्मा का गहरा नाता, कभी फर्जी दस्तावेज तो कभी लिव इन पार्टनर का मामला

इंदौर पुलिस ने वल्लभ भवन भोपाल से अनुमति लेकर IAS संतोष वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर फर्जी दस्तावेज दिखाकर प्रमोशन लेने का आरोप है. इस मामले में पुलिस ने विवादित IAS से लगभग 12 घंटों तक कड़ी पूछताछ की.

fraud for Promotion
प्रमोशन के लिए धोखाधड़ी

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Published : Jul 11, 2021, 10:59 AM IST

Updated : Jul 11, 2021, 4:31 PM IST

इंदौर। विवादित IAS अफसर संतोष वर्मा को पुलिस अफसरों ने कड़ी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. उन पर जज के फर्जी हस्ताक्षर दिखाकर प्रमोशन लेने का आरोप है. इससे पहले भी एक महिला को शादी का झांसा देकर ज्यादती करने के मामले में वो सुर्खियां बटोर चुके हैं.

आरोप है कि संतोष वर्मा ने IAS कैडर अलॉट होने पर DPC यानी डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी के लिए स्पेशल जज (CBI और व्यापमं) विजेंद्र रावत और वकील एनके जैन के फर्जी साइन कर रिपोर्ट बनाई थी. पूछताछ के दौरान इन्हीं दोनों का नाम लेकर वर्मा ने बचने का प्रयास किया, लेकिन देर रात हुई सख्ती से टूट गए. IAS अफसर संतोष वर्मा नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल में तैनात थे.

IAS वर्मा के खिलाफ 27 जून को एमजी रोड पुलिस ने न्यायाधीश की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का केस दर्ज किया था. अफसरों ने वल्लभ भवन (भोपाल) से अनुमति ली और शनिवार रात करीब 12 बजे गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में कोर्ट की ओर से ही 27 जून को एमजी रोड थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

विवादित IAS यूं ही नहीं कहते

4 महीने पहले शहर के लसूड़िया थाने में IAS अफसर संतोष वर्मा ने एक महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया था. शिकायत में कहा था कि महिला ब्लैकमेल कर रही है. उसने दस्तावेज में पति के रूप में मेरा नाम दर्ज कराया है. पासपोर्ट और मतदाता परिचय पत्र भी मेरा नाम लिखवा लिया है. लसूड़िया टीआई इंद्रमणि पटेल के अनुसार IAS वर्मा की शिकायत पर ओमेक्स सिटी निवासी युवती के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.

युवती LIC एजेंट है. IAS अफसर संतोष वर्मा ने पुलिस को बताया कि महिला उनसे LIC एजेंट के रूप में ही मिली थी. उनके LIC के नाम पर दस्तावेज ले लिए थे. महिला ने बाद में धोखाधड़ी करते हुए दस्तावेजों का इस्तेमाल किया और वोटर आईडी में मेरा नाम अपने पति के रूप में दर्ज करवा दिया. पुलिस ने धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.

उधर, महिला ने वर्मा पर शादी कर धोखा देने का आरोप लगाया था. उसने बताया था कि नवंबर 2016 में उन दोनो की शादी हुई थी. और वह थाने में इसकी शिकायत भी कर चुकी है.

य़ुवती ने कहा था- मेरे साथ ज्यादती की

नवंबर में युवती ने इसी थाने में शिकायत की थी. शिकायत में उसने कहा था कि उज्जैन के अपर कलेक्टर संतोष वर्मा ने उसको शादी का झांसा दिया और लिव इन में रखा. उसने ये भी बताया था कि संतोष के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की थी. इसी दौरान दोस्ती हुई, जो प्रेम में बदल गई.

दोनों ने विवाह भी कर लिया था. जब वह हरदा में पदस्थ थे तब वे पत्नी की तरह सरकारी क्वार्टर में साथ रही थी. उसके बाद उनका ट्रांसफर उज्जैन हो गया तो युवती को टाउनशिप में घर दिलवाया था.

Last Updated : Jul 11, 2021, 4:31 PM IST

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