इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कुलपति के ना होने से डिग्री और रिजल्ट जैसे महत्वपूर्ण काम लगातार लेट होते जा रहे हैं. इसकी चिंता अब छात्रों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को भी सताने लगी है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने जल्द ही कुलपति पद पर नियुक्ति की मांग की गई.
विश्वविद्यालय में कुलपति के ना होने से रुक रहे कई काम, कर्मचारीयो को सता रही विश्वविद्यालय की साख की चिंता
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन ने नये कुलपति की नियुक्ति की मांग की है, कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को ज्ञापन सौंपते हुये कुलपति के न होने से विवि के कामों में आ रही रुकावट के बारे में भी बता रहे हैं.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में 24 जून से विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 52 की अधिसूचना जारी कर दी गई थी, जिसके कारण कुलपति को भी पद से हटा दिया गया था. विश्वविद्यालय में धारा 52 लगने के बाद से ही नए कुलपति की नियुक्ति अभी तक नहीं की गई है, जिससे छात्र-छात्राओं के कई काम लगातार रुक रहे हैं. खास तौर से उपाधि, प्रमाण पत्र और रिजल्ट जुड़े निर्णय लेने में विश्वविद्यालय को देरी हो रही है.
छात्र-छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को भी चिंता होने लगी है. विश्वविद्यालय के कर्मचारी यूनियन का कहना है कि विवि प्रदेश की प्रथम ए ग्रेड यूनिवर्सिटी है, ऐसे में यदि समय रहते कुलपति की नियुक्ति नहीं की जाती है. लेट हो रहे कामों से विवि की छवि धूमिल होगी, जिसका सीधा असर विश्वविद्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों पर भी होगा इसलिए विवि के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कुलपति पद पर जल्द नियुक्ति की अनुशंसा करने का निवेदन किया गया है.