होशंगाबाद। आध्यात्मिक ब्रह्म विश्वविद्यालय आश्रम में मुकेश कुमार गौर नाम के सेवादार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि 49 साल का मुकेश आश्रम में पिछले 25 साल से रहता था.
आध्यात्मिक आश्रम में सेवादार ने लगाई फांसी, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
आध्यात्मिक ब्रह्म विश्वविद्यालय आश्रम में 25 साल से रह रहे एक सेवादार ने फांसी लगा ली. अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक मुकेश गौर शहर के नजदीक रायपुर गांव का मूल निवासी है. मतृक आश्रम में तब से रह रहा था, जब आश्रम पहले ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय संस्था से जुड़ा हुआ था, कुछ समय बाद स्वयं की संस्था का निर्माण कर आश्रम बना लिया गया था, लेकिन आश्रम में किसी भी तरीके का प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया था. आश्रम में रह रहे लोगों की भी कोई जानकारी नहीं है कि मुकेश गौर ने किन कारणों के चलते आत्महत्या की है, जबकि मुकेश गौर के परिजन आश्रम के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. परिजन शिवराज चंद्रोल का कहना है कि मुकेश ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है.
परिजनों का कहना है कि ये प्राइवेट आश्रम चला रहे हैं, जिसकी कोई मान्यता नहीं है. साथ ही बाहर से आकर संदिग्ध लोग भी रह रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि जिस कमरे में आत्महत्या की, उसके एक दिन पहले ही रहने पहुंचा था. साथ ही आश्रम के लोग रात 1 बजे से साधना किया करते थे जो संदिग्ध है. एफएसएल अधिकारी का कहना है कि घटना संदिग्ध नहीं लग रही है, लेकिन फांसी लगाने का कारण नहीं पता चला है, जिसकी जांच की जा रही है.