हरदा: लॉकडाउन में अन्य शहरों से अपने घर पहुंचने के लिए लोगों के द्वारा किस तरह के जतन किए जा रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण आज हरदा जिले में देखने को मिला है. तीन दिन पहले इंदौर से पैदल चलकर बमुश्किल हरदा पहुंचे 6 बच्चों ने जब देखा कि जिले की सीमाओं पर चौकसी है, तो बच्चों ने एक दूसरा रास्ता खोज निकाला. बच्चों ने पड़ोसी जिले सीहोर से हरदा आने के लिए जोखिम उठाते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर नर्मदा नदी के पाट को तैरकर पार किया. जिनमें शामिल एक लड़की को तैरना नहीं आने पर उसके भाई ने नदी पार कराई. लेकिन जब उन्होंने हरदा जिले के ग्राम लछोरा में प्रवेश किया, तो ग्रामीणों ने अनजान जानकर पूछताछ की. जिसके बाद उन्होंने आपबीती बताई. पीड़ित लोगों की माने तो उनके सामने इंदौर में रहने के दौरान भूखे मरने की नौबत आन पड़ी थी. ग्राम लछोरा के कोटवार और राजस्व विभाग की टीम के द्वारा उन सभी बच्चों से पूछताछ की जा रही है.
इंदौर से पैदल चलकर 6 बच्चे पहुंचे हरदा, सीमाओं को सील देख नदी में लगाई छलांग - harda police
लॉकडाउन के दौरान अन्य शहरों से अपने घर पहुंचने के लिए लोगों के द्वारा किस तरह के जतन किए जा रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण आज हरदा जिले में देखने को मिला, जब छह बच्चों ने पड़ोसी जिले सीहोर से हरदा में आने के लिए जोखिम उठाते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर नर्मदा नदी के पाट को तैरकर पार किया.
आपको बता दें कि, ग्राम बीड निवासी युवक सुखराम- 21 साल, अनिल- 17 साल, सुनील- 23 साल, अमित- 20 साल और ग्राम गोंदागांव निवासी युवक कमल- 28 साल और एक युवती पूजा- 18 साल को राजस्व विभाग ने पकड़ा है. जो घर आने के लिए इंदौर से पैदल ही चल पड़े थे.
मामले को लेकर नायब तहसीलदार संदीप गौर ने बताया कि, हमे 6 लोगों के नर्मदा नदी पार कर ग्राम लछोरा में आने की सूचना मिली थी. जो इंदौर से पैदल चलकर नर्मदा नदी में तैरकर आने का बता रहे हैं. सभी का ग्राम नोसर में स्वास्थ्य परीक्षण कराकर होंम क्वारन्टाइन के लिए भेजा जा रहा है.