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महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री, कहा मोदी और शाह का फालडाउन शुरू - बीजेपी

महाराष्ट्र में मचे सियासी ड्रामे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और हॉकी खिलाड़ी असलम शेर खान ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का डाउनफाल की शुरूआत हो गई है जिसका असर पूरे देश में होगा.

Former union minister said on political turmoil in Maharashtra, said Modi and Shah's fallout started in harda
पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खां ने कहा मोदी और शाह का फालडाउन शुरू

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Published : Nov 27, 2019, 11:24 PM IST

हरदा। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हॉकी खिलाड़ी असलम शेर खान ने महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी के डाउन फाल की शुरूआत हो गई है.

मोदी और शाह का फालडाउन शुरू: पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान


असलम शेर खान ने कहा कि सरकार बनाने के बाद बहुमत न साबित कर पाना बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डाउनफाल की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि वो खुद एक हॉकी के खिलाड़ी रहे हैं. हर व्यक्ति के जीवन में एक बार जीत के बाद हार होती है.

कांग्रेस और शिवसेना के बीच मतभेद नहीं मनभेद
महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस से दूसरी पार्टियों के साथ रहने पर कहा कि शिवसेना को महाराष्ट्र में कांग्रेस ने ही खड़ा किया है. इन दोनों के बीच मतभेद नहीं मनभेद है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई तो केवल आरएसएस से है. गांधी जी सभी को साथ लेकर चलने की बात करते थे, लेकिन संघ के नेता हिंदू राष्ट्र होने की बात करते रहे. जो बीजेपी और कांग्रेस के बीच की असली लड़ाई है.

कमलनाथ का नहीं जनता से जुड़ाव
असलम शेर खान ने मध्यप्रदेश की राजनीति को लेकर कहा कि शिवराज सिंह को हटाना संभव नहीं था, लेकिन दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने प्रदेश में सालों बाद फिर से कांग्रेस को सत्ता में ला खड़ा कर दिया. कमलनाथ को प्रदेश की जनता जानती है, लेकिन वे प्रदेश को नहीं जानते.

ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कहा कि सरकार बनाने में सिंधिया का बड़ा योगदान है. कमलनाथ सरकार में सिंधिया पक्ष के तकरीबन आठ मंत्री और 15 विधायक हैं. ऐसे में अगर राजधानी में आकर रहते हैं तो कांग्रेस को नेतृत्व में मजबूती मिलेगी. वहीं दूसरी तरफ कहा कि वे भाजपा में जाते है तो उनके सामने कुएं और खाई जैसी स्थिति बन जाएगी. कांग्रेस में तो कुंआ है, लेकिन बीजेपी में खाई है. जहां सारे निर्णय संघ लेता है.

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