ग्वालियर। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ग्वालियर जिले में नियुक्त किए गए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा समाप्त होने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही नियमितीकरण की मांग की है.
अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों ने की नियमितीकरण की मांग, कोरोना काल में की गई थी नियुक्ति - अस्थाई स्वास्थ्य कर्मी विरोध प्रदर्शन
ग्वालियर जिले में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नियुक्त किए गए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा समाप्त होने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही नियमितीकरण की मांग की है.
भाजपा सरकार जिले में 80 से ज्यादा और प्रदेश में 6 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की रोजी रोटी छीन रही है. प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा की और अब सरकार सेवाएं समाप्त कर रही है. अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि सरकार स्थाई कर्मचारी नहीं बना सकी तो कम से कम उन्हें संविदा कर्मचारी घोषित किया जाए. अभी वह फिक्स वेतन पर काम कर रहे हैं.
प्रदेश भर में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों को रखा गया था. जिन पर अस्पताल के स्थाई कर्मचारियों को सहयोग करने की जिम्मेदारी थी यह सभी नर्सिंग कोर्स करके इस उम्मीद के साथ कोरोना योद्धा बनी थी कि आने वाले समय में उन्हें संविदा या स्थाईकर्मी का लाभ मिलेगा, लेकिन सरकार अब इन कर्मियों से उनकी रोजी रोटी छीन रही थी.