ग्वालियर।देवों के सेनापति माने जाने वाले भगवान कार्तिकेय का ग्वालियर में एक ऐसा अनूठा मंदिर है, जहां के कपाट सिर्फ कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर ही खुलते हैं. साल में सिर्फ एक बार खुलने वाले कार्तिकेय मंदिर पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों की संख्या में भक्त जुटते हैं. सोमवार यानि आज कार्तिक पूर्णिमा है. ऐसे में सुबह 4 बजे से भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट भक्तों के दर्शन के लिए खोले दिए गए हैं. मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना-जाना शुरू हो गया है.
400 साल पुराना है मंदिर
जीवाजी गंज स्थित कार्तिकेय मंदिर देश का इकलौता मंदिर है, जहां भगवान कार्तिकेय के साथ गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी मूर्ति स्थापित है. ये मंदिर करीब 400 साल से भी ज्यादा पुराना है. इस मंदिर में भगवान कार्तिकेय के सिर्फ कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही किए जाते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन अलसुबह से ही विशेष पूजन के साथ दर्शन का सिलसिला शुरू हो जाता है.
पुजारी जमुना प्रसाद के मुताबिक 400 साल पुरानी कार्तिकेय मंदिर की इस प्रथा की अपनी अलग ही पहचान है. भगवान कार्तिकेय का मंदिर देश का इकलौता मंदिर है जिसमें गंगा, जमुना और सरस्वती की प्रतिमाएं स्थापित हैं. आधी रात के बाद साल में एक बार खुलने वाले भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे.
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