MP Politics : सिंधिया को सड़क से कोर्ट तक तक घेरने की ये है रणनीति, नेता प्रतिपक्ष ने संभाला मोर्चा
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा घमासान ग्वालियर चंबल अंचल में मचने वाला है. यही कारण है कि कांग्रेस की तरफ से टारगेट सबसे ज्यादा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहने वाले हैं. कांग्रेस सिंधिया को सड़क से लेकर अदालत तक घेरने की तैयारी में पूरी योजना के साथ जुटी हुई है. इसका जिम्मा अंचल के सबसे दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने संभाल रखा है.
सिंधिया को सड़क से कोर्ट तक तक घेरने की ये है रणनीति
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Published : Feb 27, 2023, 5:31 PM IST
सिंधिया को सड़क से कोर्ट तक तक घेरने की ये है रणनीति
ग्वालियर।कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके ही गृह क्षेत्र में घेरने की रणनीति बन रही है. ग्वालियर चंबल अंचल की कमान नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने संभाल रखी है. यही कारण है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने के लिए डॉ. गोविंद सिंह पूरी तरह रणनीति तैयार करते हैं. कांग्रेस की तरफ से वह लगातार ग्वालियर में सिंधिया पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं और उन पर एक के बाद एक आरोप लगा रहे हैं.
जुमलेबाज हो गए हैं सिंधिया :उन्होंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में जाने के बाद बीजेपी के नेताओं की तरह जुमलेबाजी कर रहे हैं. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह लगातार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीनों को लेकर भी आरोप लगा रहे हैं. डॉ. गोविंद सिंह ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया के प्रोजेक्ट ग्वालियर में निओ मेट्रो ट्रेन चलाने को लेकर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी में जाकर सिंधिया जुमलेबाज हो गए हैं. अमित शाह के पद चिह्नों पर चल रहे हैं. हमारा तो पहले सिंधिया से यह निवेदन है की कृपा कर ग्वालियर में आसपास की सड़कों और जमीनों को बख्श दें ? नागरिकों के लिए यही बड़ी उपलब्धि होगी.
ग्वालियर-चंबल में बीजेपी को हराने का दावा :बता दें कि हाल में ही नेता प्रतिपक्ष से डॉ. गोविंद सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस पूरी तरह मजबूत है. इसके साथ ही साल 2018 के विधानसभा चुनाव जैसी तस्वीरें पूरी तरह से दिखाई दे रही है. लिहाजा आगामी विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल से बीजेपी को बुरी तरह हराने जा रहे हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि जन आंदोलन का एक प्रकरण कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के ख़िलाफ़ दर्ज हुआ था. उन्हें इसकी पूरी जानकारी भी थी क्योंकि अनेक बार उन्हें इस संबंध में नोटिस भी भेजे गए थे, लेकिन उन्होंने अपना राज्यसभा के लिए जो नॉमिनेशन फाइल किया उसमें यह जानकारी छुपाई है, जोकि आयोग के दिशा निर्देशों का उल्लंघन है.
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सिधिया के खिलाफ याचिका :नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने विरुद्ध दर्ज अपराध को छुपाया है. आयोग का ऐसा निर्देश है कि अगर कोई अपना अपराध छुपाता है या गलत शपथ पत्र देता है तो उसको चुनाव में सांसद बनने का हक नहीं है. इसलिए मैंने याचिका सिंधिया के विरुद्ध जबलपुर उच्च न्यायालय में लगाई थी. अब उसका ट्रांसफर हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में कर दिया गया है. जहां मार्च के पहले सप्ताह में सुनवाई होगी. डॉ. सिंह ने कहाकि हमें भरोसा है कि सत्यता के आधार पर न्यायालय निर्णय देगा और फैसला हमारे पक्ष में आएगा.