मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

MP Politics: सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में केजरीवाल भरेंगे हुंकार, AAP की रणनीति से BJP व Congress बेचैन

मध्य प्रदेश में 6-7 माह बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने ताल ठोंकनी शुरू कर दी है. अगले माह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ग्वालियर आ रहे हैं. ग्वालियर अंचल को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है. आम आदमी पार्टी यहीं से अपने चुनाव अभियान का शुभारंभ करने जा रही है. वहीं, आम आदमी पार्टी की रणनीति को देखकर सत्तारूढ़ बीजेपी व कांग्रेस में बेचैनी है.

MP Politics Kejriwal roar in Scindia stronghold Gwalior
सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में केजरीवाल भरेंगे हुंकार

By

Published : Mar 27, 2023, 5:08 PM IST

सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में केजरीवाल भरेंगे हुंकार

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी सक्रिय हो गई है. आप नेताओं का दावा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी चुनौती देंगे. हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भोपाल में हंकार भर चुके हैं. अब एक बार फिर केजरीवाल सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में दहाड़ने के लिए आ रहे हैं. केजरीवाल अगले महीने ग्वालियर में चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. इससे बीजेपी और कांग्रेस पार्टी की चिंताएं बढ़ गई हैं. बता दें कि ग्वालियर अंचल में पिछले साल हुए नगरीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी व कांग्रेस के समीकरण बिगाड़ दिए थे. जहां बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी के आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा तो कांग्रेस का कहना है कि इसका नुकसान बीजेपी को झेलना पड़ेगा.

'आप' ने किया सभी सीटों पर लड़ने का ऐलान :एमपी में विधानसभा के मद्देनजर बीजेपी और कांग्रेस तैयारियों में जुट गई हैं. बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेता एमपी के दौरा करने लगे हैं. लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं है. अभी से आम आदमी पार्टी ने भी आगामी चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. हाल में ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भोपाल के दौरे पर आए थे और उन्होंने ऐलान किया था कि अबकी बार आप सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस परेशान हैं. दोनों प्रमुख दलों को सबसे बड़ा डर इस बात का है कि आप इस विधानसभा चुनाव में उनके समीकरण को बिगाड़ सकती है. वहीं, राजनीति के जानकारों की मानें तो अबकी बार आप बीजेपी और कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान करने वाली है.

संगठन विस्तार में जुटी 'आप' :मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी तेजी से अपने संगठन का विस्तार कर रही है. साथ ही वह हर बूथ स्तर पर अपनी टीम तैनात कर रही है. हाल में ही आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में नया प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल को नियुक्त किया है. आम आदमी पार्टी द्वारा हर विधानसभा क्षेत्र में संगठन तैयार किया जा रहा है. साथ ही हर बूथ स्तर पर अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा जा रहा है. आम आदमी पार्टी की पकड़ ग्वालियर चंबल अंचल पर मजबूत मानी जा रही है.

ग्वालियर व मुरैना में दिखा था असर :मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी अपना भाग्य नगर निगम के चुनाव में आजमा चुकी है. आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली में महापौर की सीट पर कब्जा करके सबको चौंकाया था. ग्वालियर चंबल अंचल में भी आम आदमी पार्टी को अच्छे वोट मिले थे. ग्वालियर नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने खासे वोट हासिल किए थे. आप ने बीजेपी व कांग्रेस के समीकरण बिगाड़ दिए थे. यही कारण रहा कि ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस को महापौर मिला तो वहीं मुरैना में आम आदमी पार्टी की वजह से बीजेपी को महापौर की सीट गंवानी पड़ी. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के कई नगरीय निकाय चुनाव आम आदमी पार्टी के पार्षद जीते. नगर निगम चुनाव में शानदारी प्रदर्शन के बाद आम आदमी पार्टी को लगता है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी. इसको लेकर उसने पूरी तैयारियां कर ली हैं.

Must Read: ये खबरें भी पढ़ें...

क्या कहते हैं जानकार :वरिष्ठ पत्रकार देव श्रीमाली बताते हैं कि शहरी क्षेत्र में 'आप' सबसे अधिक बीजेपी को नुकसान पहुंचाएगी तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी को नुकसान झेलना पड़ेगा. वहीं, आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष रुचि राय ठाकुर का कहना है कि अगले महीने ग्वालियर में अरविंद केजरीवाल का दौरा है. पार्टी शहरी और ग्रामीण स्तर पर अपनी टीम तैयार कर रही है. वहीं बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कमल मखीजानी का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी आम आदमी पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं है और न ही उनकी कोई टीम है. दूसरी तरफ, कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में आप की एंट्री का हम स्वागत करते हैं लेकिन आप सबसे अधिक नुकसान बीजेपी को करने वाली है और इसका असर स्पष्ट रूप से आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details