ग्वालियर। जिले में रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना डीआरडीओ में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, स्कूल के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. प्रदर्शनी में प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग और उसके दुष्प्रभावों को रोकने के लिए बच्चों ने विभिन्न मॉडल पेश किए.
प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग और दुष्प्रभावों को रोकने हेतु बच्चों ने बनाए मॉडल - Increased use of plastic and its side effects
ग्वालियर जिले में रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना डीआरडीओ में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, स्कूल के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. प्रदर्शनी में प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग और उसके दुष्प्रभावों को रोकने के लिए बच्चों ने विभिन्न मॉडल पेश किए.
डीआरडीओ में शनिवार को करीब 31 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने विज्ञान प्रदर्शनी में हिस्सा लिया, विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य अपशिष्ट प्रबंधन और रिसाइक्लिंग पर केंद्रित था. जिसमें पर्यावरण के लिए खतरा बनी प्लास्टिक पर केंद्रित कई मॉडल पेश किए गए थे, प्लास्टिक के वेस्ट को पानी अथवा खुले में छोड़ने के बजाय उन्हें रिसाइकल करके उपयोग में लाया जा सकता है इस पर बच्चों ने अपने मॉडल पेश किए.
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बच्चों के मॉडलों को देखा और उनकी प्रशंसा की, बच्चों का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें हवा को शुद्ध रखना बेहद जरूरी है. मौजूदा दौर में प्लास्टिक के बढ़ते प्रयोग और प्रदूषण में जिस तरह से लोग जहरीली सांसे ले रहे हैं उससे यह मानव जीवन के लिए खतरा बना हुआ है. इसलिए समय रहते लोगों को जागरूक होने की जरूरत है.