ग्वालियर। यूपीपीएससी परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए है. ग्वालियर की चाहत वाजपेई ने ऑल इंडिया रैंक में 59वां स्थान हासिल किया है. चाहत वाजपेई का कहना है कि बचपन से ही वह IAS बनना चाहती थीं. ताकि वे अधिकारी बनकर समाज को शिक्षित बनाए और उनका जीवन स्तर सुधार सकें. नतीजे घोषित होने के बाद से ही चाहत वाजपेई के परिजनों में खुशी की लहर है.
ग्वालियर की चाहत वाजपेई ने UPSC में हासिल किया 59वां स्थान, भाई को दिया अपनी सफलता का श्रेय
ग्वालियर की चाहत वाजपेई ने यूपीपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक में 59वां स्थान हासिल किया है. उन्होनें अपनी सफलता का श्रेय भाई और माता-पिता को दिया है. उनका कहना है कि अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूर है कि आप अपनी पूरी इच्छाशक्ति से मेहनत करें, तभी अपनी मंजिल पा सकते है.
चाहत बाजपेई का कहना है कि उनका सिलेक्शन तीसरी कोशिश में हुआ है. उनके बड़े भाई रजत दिल्ली में आरबीआई में पदस्थ है. अपने भाई के पास रहकर ही चाहत ने कानपुर आईआईटी से 2016 में बीटेक किया. उसके बाद आईएएस की तैयारी शुरू की. 2 कोशिशों में उनका किसी कारण सिलेक्शन नहीं हो सका. लेकिन उन्होनें हार नहीं मानी. इसलिए इस बार भी उन्होंने सोच रखा था कि सिलेक्शन नहीं होगा तो वे चौथी बार आईएएस को अटेम्ट करेंगी. चाहत के पिता मुरैना में पीएचई विभाग में पदस्थ है. जबकि उनकी मां ग्रहणी है.
चाहत का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में अभी भी बहुत कुछ किए जाने की संभावना है. अधिकांश गरीब तबके के लोग शिक्षित नहीं है. महिलाओं की भी संख्या इन में काफी ज्यादा है. सभी लोग शिक्षित हो उनका जीवन स्तर सुधर इसके लिए वह कोशिश करेंगी. चाहत मानती है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है जरूरत है पूरी इच्छशक्ति से अपने गोल को पाने की कोशिश करना.