ग्वालियर। पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद नगर निगम का सत्र शुरु हुआ. जहां जोरदार हंगामे के बीच साल 2019-20 का 1900 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया. महापौर विवेक शेजवलकर ने अपने कार्यकाल का आखरी बजट पेश किया. लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर नगर निगम ने जनता पर लगने वाले भारी-भरकम टैक्स में छूट दी है.
ग्वालियर: भारी हंगामे के बीच निगम ने पेश किया 1,900 करोड़ रुपए का बजट
पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद नगर निगम का सत्र शुरु हुआ. जहां जोरदार हंगामे के बीच साल 2019-20 का 1900 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया. महापौर विवेक शेजवलकर ने अपने कार्यकाल का आखरी बजट पेश किया. लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर नगर निगम ने जनता पर लगने वाले भारी-भरकम टैक्स में छूट दी है.
हालांकि लगभग 45 करोड़ के घाटे वाले इस बजट में निगम की आय बढ़ाने के लिए नए कर के रूप में सीवेज टैक्स का प्रावधान किया गया है. लेकिन इसे बड़े संस्थानों से ही वसूल किया जाएगा. इसी प्रकार पेयजल सप्लाई के लिए बल्क कनेक्शन का प्रावधान भी किया गया है लेकिन यह भी व्यवसायिक संस्थानों पर ही लागू होगा. इसके साथ ही नए बजट में पुरानी योजनाओं को पूरा करने और स्मार्ट सिटी के साथ अमृत योजनाओं के लिए अंशदान पूंजी जुटाने पर भी फोकस किया गया है. वहीं लंबित योजाओं को पूरा करने का भी लक्ष्य रखा गया है.
एक तरफ जहां निगम में सत्ताधारी बीजेपी ने बजट को अच्छा बताया है तो, वहीं विपक्ष का कहना है कि बजट के अंदर नया कुछ नहीं है. सिर्फ केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र है और पुरानी योजनाएं को शामिल किया गया है. वहीं पुलवामा में शहीद जवानों के परिजनों की सहायता के लिए ग्वालियर नगर निगम परिषद के सभी पार्षद सभापति और महापौर ने एक महीने का मानदेय देने की घोषणा भी की है.