ग्वालियर।PMTफर्जीवाड़ा मामले में विशेष कोर्ट के नोटिस पर गुरुवार को चार आरोपी महिला डॉक्टर कोर्ट में पेश हुईं. इस केस में पांच आरोपी थी. जिनमें से इन चारों महिला डॉक्टरों को पहले हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत का लाभ मिल चुका है. जबकि एक आरोपी वोल्गा कैथवास नाम की महिला को अग्रिम जमानत नहीं मिली थी. इसी कारण कैथवास के अलावा नेहिल निगम, कुमारी दीक्षा चाचरिया और फरहा खान सहित प्रदन्या दिलीप कापदेव कोर्ट में हाजिर हुईं.
हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में CBI की विशेष कोर्ट ने उनकी जमानत को स्वीकार कर लिया है. अब अगली सुनवाई के लिए तारीख तय कर दी गई है. लेकिन एक आरोपी वोल्गा कैथवास के हाजिर नहीं होने से कोर्ट अब उनके खिलाफ वारंट जारी कर रहा है. भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज में साल 2011 में सरकारी कोटे की 39 सीटों को गलत तरीके से कॉलेज प्रबंधन, DME ऑफिस और कई लोगों की मदद से लाखों रुपए में हर सीट को बेचा गया था.
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इस मामले की शिकायत होने के बाद हाल ही में CBI ने पिछले दिनों 60 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया था. आरोपियों की संख्या ज्यादा होने और कोविड-19 गाइडलाइन के परिपालन में विशेष कोर्ट ने पांच-पांच आरोपियों को हाजिर होने के नोटिस दिए हैं. कुछ आरोपियों ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया है. कुछ लोगों को अग्रिम जमानत मिल भी चुकी है, जबकि कुछ आरोपियों की अग्रिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रखा गया है.
इस तरह से होता था घोटाला
CBI ने करीब 4000 पेज के अभियोग पत्र में बताया है कि आरोपियों ने किस तरह से सरकारी कोटे की सीटों का अपने हित के लिए उपयोग किया है. इसमें मेडिकल कॉलेज के ही कुछ छात्र परीक्षार्थी बनकर PMT में अपना सेलेक्शन कराते थे. बाद में वे चिकित्सा शिक्षा विभाग और निजी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों की मिलीभगत से अपनी सीट को खाली कर देते थे, जिसके बाद कालेज प्रबंधन अंतिम दिन सभी सीटें फुल दिखाकर खाली सीटों पर MBBS में प्रवेश लेने वाले छात्रों से लाखों रुपए का डोनेशन लेता था.