डिंडौरी। ठंड के दस्तक देते ही पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ दिखने लगती है. लेकिन इस बढ़ती ठंड में डिंडौरी के डैम घाट में सन्नाटा पसरा हुआ है. नर्मदा नदी के इस घाट में सैलानियों को सैर सपाटा कराने वाली नाव और उसके चालक दोनों ही थम गए हैं. जब नाव चालकों से सैलानियों के घाट पर न आने का कारण पूछा गया, तो नाव चालकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते लोग इस साल घाट पर आने से परहेज कर रहे हैं.
कोरोना काल में पर्यटकों ने घाटों से बनाई दूरी, नाव चालक हताश
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए डिंडौरी के डेमघाट में सन्नाटा पसरा हुआ है. जहां हर साल की तरह इस बार लोग नौका विहार करने नहीं पहुंच रहे हैं. जिससे नाव चालक अब कमाई के लिए दूसरे काम की तलाश कर रहे हैं.
डैम घाट में नगर परिषद की स्वीकृति के बाद नर्मदा नदी में नौका विहार को हरी झंडी दी गई थी. जहां नाव चालक अपनी नावों को सजाकर उसमें साउंड सिस्टम लगाकर सैलानियों को सैर कराते थे. जिससे उसकी अच्छी खासी कमाई हो जाती थी. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण के चलते नाव चालकों का धंधा चौपट हो गया है. नाव चालक दिनभर खाली बैठकर अपना दिन काटने को मजबूर हैं. नाव चालकों का कहना है कि रोजाना दिन मुश्किलों भरे बीत रहे हैं. नाव चलाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प भी तलाश रहे हैं ताकि आर्थिक संकट से बचा जा सके.
डैम घाट में मां नर्मदा, दुर्गा, शनिदेव ,भगवान शंकर के मंदिर हैं. रोजाना सुबह और शाम स्थानीय श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है. लेकिन नौका विहार करने से लोग परहेज कर रहे हैं.