डिंडौरी। डिंडौरी जिले के ग्रामीण अंचलों में स्कूल शिक्षा व्यवस्था की हालत में सुधार नहीं दिख रहा है. जिले के मेंहदवानी विकासखंड के नौनिहाल बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं. ठाकुर टोला गांव की प्राथमिक शाला सिर्फ जनजातीय कार्य विभाग के दस्तावेजों में चल रही है. क्योंकि यहां स्कूल के नाम पर कोई सुविधा नहीं है. जिससे गांव के बच्चे दो किलोमीटर दूर तक पैदल चलकर मटियारी गांव के स्कूल जाने को मजबूर हैं.
मंत्री मरकाम के जिले में बदहाल शिक्षा व्यवस्था, भवन जर्जर होने से परेशान नौनिहाल - ठाकुर टोला गांव डिंडौरी
आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले के ठाकुर टोला गांव में स्कूल भवन जर्जर होने से गांव के बच्चों को दूसरे गांव के स्कूल में पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है. मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का गृह जिला है. बावजूद इसके यहां की स्कूल शिक्षा व्यवस्था में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है.
डिंडौरी जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का गृह जिला है. जबकि स्थानीय विधायक भी सत्ता पक्ष से आते हैं. बावजूद यहां की समस्याओं में सुधार नहीं हो रहा है. स्कूल के जर्जर होने की जानकारी जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी है. लेकिन इसके बाद भी स्कूल की हालत नहीं सुधारी जा रही है.
ठाकुर टोला के छोटे-छोटे बच्चे कड़ाके की ठंड में दो किलोमीटर पैदल चलकर दूसरे गांव पहुंचते हैं. मामले में जब स्थानीय विधायक भूपेन्द्र मरावी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी मुझे आपके माध्यम से ही मिल रही है. मैं वहां जाकर जल्द से जल्द समस्या का हल करने की कोशिश करूंगा. विधायक भले ही समस्या का समाधान करने की बात कर रहे हो लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि ये समस्या केवल आज की नहीं बल्कि लंबे समय से चली आ रही है. जिस पर न तो शासन ध्यान देता है और न प्रशासन.