धार। साल 2019 अलविदा कहने वाला है और साल 2020 का आगमन होने वाला है आखिर सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था की दृष्टि से वर्ष 2019 कैसा रहा इस विषय पर ईटीवी भारत से खास चर्चा के दौरान धार एस.पी आदित्य प्रताप सिंह ने कहा की मध्यप्रदेश में धार जिला काफी सेंसिटिव जिला है और यह पूरा साल काफी सेंसिटिव रहा, वर्ष 2019 के शुरुआती महीनों में जिले में बदनावर में लायन आर्डर की स्थिति बनी, लेकिन इसके अलावा जितने भी बड़े लायन आर्डर थे जैसे राम जन्मभूमि पर कोर्ट के डिसीजन को लेकर,नागरिक संशोधन बिल के प्रोटेस्ट को लेकर, इसके साथ ही जिले में जितने भी त्यौहार हैं काफी सेंसिटिव स्थिति रहती है, लेकिन सभी के सहयोग से इस दौरान जिले में लायन आर्डर बना रहा और शांति व्यवस्था पूरे जिले में कायम रही.
डकैतों और लुटेरों को लेकर जिले में हुई बड़ी कार्रवाई
जिले में लुटेरों और डकैतों की बड़ी-बड़ी गैंग है, जिनमें मुख्य रुप से बोर डाबरा ,जामिया भूतिया,माचलियां गैंग है जो लगातार जिले के रोडो पर रापी लगाकर वाहनों को रोककर डकैती की घटना को अंजाम देते थे. इसके साथ ही कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी इनका आतंक था. लुटेरो और डकैतो पर कार्रवाई करने के लिए हमने एक योजना बना कर जिले के सभी थाना प्रभारियों और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की, जिसमें बोर डाबरा के 14, माछलिया के करीब 8 कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार कर वर्ष 2017 से वर्ष 2019 कई चोरी की, लूट और डकैती की घटनाओं का खुलासा करते हुए इन आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजने की बड़ी कार्रवाई धार जिले की पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम ने मिलकर की, जिससे जिले में घटने वाली लूट और डकैती की घटनाओं पर अंकुश लगा.
महिला अपराधों में आई कमी
साल 2019 में जिले में महिला अपराधों की संख्या में बड़ी कमी आई है, जिसे लेकर धार जिले के एस.पी आदित्य प्रताप सिंह ने कहा की ये एक टीम वर्क का नतीजा है और जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस स्टाफ के साथ में खासकर महिला सेल के पुलिस अधिकारियों ने मिलकर महिला संबंधित अपराधों को जल्द से जल्द सुलझाने में मदद की. जिससे महिलाओ संबंधित आरोपियों पर अंकुश लगा और महिला संबंधित अपराधों में कमी आई है. इसके साथ ही प्रदेश सरकार और पी.एच.क्यू के द्वारा मिले निर्देशों के आधार पर जिले में समय-समय पर महिला अपराध संबंधी जागरूकता अभियानों का प्रचार- प्रसार जिले में किया गया. महिला संबंधित अपराध चाहे छेड़खानी हो या फिर दुष्कर्म के मामले में जिले की पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध किए और अपराधियो के खिलाफ कार्रवाई भी की गई, जिसके चलते महिला संबंधित अपराधों में कमी आई है.