धार। कोरोना वायरस का संक्रमण दिन पर दिन मध्य प्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है. इसके रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए पीपीई किट की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है. पीपीई कीट को पहनने से संक्रमण का खतरा 99.9 प्रतिशत तक कम हो जाता है. इसलिए प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पीपीई किट बना रही है, ताकि संक्रमण का खतरा कम हो सकें.
तिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया पीपीई किट प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बन रही है पीपीई किट
जबसे कोरोना वायरस का संक्रमण प्रदेश में बढ़ा है, तब से ही पीपीई किट की मांग बढ़ गई है, जिसको देखते हुए राज्य सरकार ने धार जिले की औद्योगिक नगरी पिथमपुर में स्थित प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को पीपीई किट बनाने का आदेश दिया है. वैसे तो यह कंपनी मूल रूप से गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग करती है, मगर राज्य सरकार के निर्देश पर कंपनी ने रातों-रात गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को पीपीई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में तब्दील कर दिया. इसके लिए बकायदा कंपनी मैनेजमेंट ने अपने 600 कर्मचारियों को पीपीई किट बनाने की विशेष ट्रेनिंग दी.
शुरुआती दिनों में कंपनी द्वारा एक दिन में 1 हजार पीपीई किट बनाकर तैयार किए गए. वहीं पिछले 10 दिनों में कंपनी का प्रोडक्शन अब 10 से 12 हजार तक बढ़ चुका है, जो आने वाले समय में बढ़कर 25 हजार हो जाएगा.
सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग का रखा जाता है विशेष ध्यान
प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने पिछले 10 दिनों में 1 लाख 25 हजार पीपीई किट और मास्क बनाकर प्रदेश सरकार सहित कई प्रदेशों को भी सप्लाई किया हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और सैनिटाइज किजा जाता है. प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट एचएस झा ने बताया कि, पीपीई किट बनाने वाले 600 कर्मचारियों के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है. जब प्लांट के अंदर काम करने वाले कर्मचारी प्रवेश करते हैं, तो उसके पहले उनका डॉक्टरों और विशेषज्ञों द्वारा मेडिकल चेकअप किया जाता है. मेडिकल टेस्ट के बाद ही कर्मचारी को पीपीई बनाने के लिए मशीनों तक जाने दिया जाता है. इस दौरान भी सभी कर्मचारियों को दो बार सेनेटाइज किया जाता है. जब पीपीई किट बनकर तैयार होती है, तो पैकिंग के पहले भी विशेष रूप से पीपीई किट को सेनेटाइज किया जाता है. उसके बाद ही किट की पैकिंग की जाती है. जिससे कहीं ना कहीं कोरोना वॉरियर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिल रही है.