देवास। जिले के खातेगांव तहसील के पटरानी गांव में एक गर्भवती महिला और बच्चे ने घर के अंदर ही दम तोड़ दिया. प्रसव पीड़ा उठने पर महिला को समय पर अस्पताल ले जाने के लिए वाहन नहीं मिला. इलाज नहीं मिलने से जच्चा-बच्चा दोनों की घर में ही मौत हो गयी.
दुनिया देखने से पहले मासूम की टूट गई सांसें, मां ने भी तोड़ा दम - 108 nebulous care of the ambulance
देवास की खातेगांव तहसील में प्रसव पीड़ा उठने पर समय पर वाहन नहीं मिलने से गर्भवती महिला और बच्चे ने घर के अंदर ही दम तोड़ दिया. उपचार के आभाव के कारण जच्चा-बच्चा दोनों की घर में ही मौत हो गयी.
मृतिका के भाई ने गांव के वाहन मालिकों से मदद की गुहार लगाई थी लेकिन किसी भी मदद नहीं की. महिला की मौत के बाद जब 108 एम्बुलेंस गांव पहुंची, तब मृतिका को लेकर परिजन खातेगांव अस्पताल पहुंचे. डॉक्टर के नहीं होने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
मृतिका के परिजनों को खातेगांव अस्पताल से कन्नौद रवाना कर दिया गया. शाम 7 बजे परिजन कन्नौद पहुंचे लेकिन वहां भी मौजूद डॉक्टरों ने यह कहते हुए महिला का पीएम नहीं किया कि सतवास से महिला डॉक्टर आएगी और पोस्टमाॉर्टम करेगी. मृतका का 18 घंटे जाकर पीएम हुआ. जच्चा-बच्चा की मौत के बाद स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल निशान खड़े हो गये हैं.