देवास। जिले के अंतिम छोर पर स्थित मां नर्मदा नदी जिसे नाभी स्थल भी कहा जाता है, लॉकडाउन के चलते मां नर्मदा के भक्तों के यहां पर आने जाने पर प्रतिबंध लगा होने से कई सालों के बाद नर्मदा नदी के साथ ही नदी के किनारे पहली बार पूर्ण रूप से साफ और स्वच्छ दिखाई दे रहे हैं.
जहां चारों ओर बहता साफ पानी, जिसमें नदी के अंदर पड़ी रेत, सिक्के, शंख आदि सामग्रियां स्पष्ट दिखाई दे रही हैं. नर्मदा नदी पर पर्वों पर हजारों की संख्या में लोग स्नान ध्यान करने को आते हैं.
पर्वो पर नदी के किनारों पर चारों ओर गंदगी हमेशा विद्यमान रहती है. यहां तक कि इस पवित्र नदी का जल आचमन के योग्य भी नहीं रहता है. अब यू कहें कि लॉकडाउन के कारण नर्मदा का विश्रांति समय है, इसे कारण यह जल इतना साफ और पवित्र हो गया है.
नर्मदा नदी के तट पर से यही संदेश है कि मूल रूप से आप मेरा ध्यान रखिए, मैं आपको निर्मल और पवित्र जल उपलब्ध कराऊंगी. जब कोराना काल खत्म होगा तो लोगों की आवाजाही भी बढ़ेगी. ऐसे में लोगों की जिम्मेदारी है कि नर्मदा की स्वच्छता और निर्मलता बनी रहे.