देवास। पर्यावरण संरक्षण के लिए शासन स्तर पर हरियाली महोत्सव के तहत वृक्षारोपण करने के लिए आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वहीं वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों पर वन माफियाओं से मिलीभगत कर वनों का विनाश करने के गंभीर आरोप लग रहे हैं.
वन विभाग के अधिकारियों ने बिना अनुमति कटवाए हरे-भरे पेड़, पर्यावरणप्रेमियों में आक्रोश
देवास के खातेगांव में लागातार हो रही जंगल की कटाई से पर्यावरण प्रेमियों में काफी आक्रोश है, तो वहीं वन विभाग की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
कन्नौद वनपरिक्षेत्र में अब तक सागौन के कई पेड़ों की कटाई के मामले सामने आए हैं, जिसका ताजा उदाहरण कन्नौद में देखा गया. यहां प्रभारी रेंजर और डिप्टी रेंजर भादर सिंह मंडलोई ने अपने शासकीय आवास के सामने लगे दो विशाल पेड़ों को कटवा दिया. इसके लिए उन्होंने न तो वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति ली और न ही नगर परिषद से. इसी क्रम में कन्नौद वनपरिक्षेत्र में आष्टा-कन्नौद राजमार्ग स्थित ग्राम कतलाय के पास भी करीब 1 दर्जन पेड़ों को काटा गया है. इसी तरह कन्नौद के पास जंजालखेड़ी घाट पर भी सागवान के पेड़ों की अवैध कटाई हुई है.