दतिया। मकर संक्रांति के अवसर पर दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई.. जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर उनाव बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर स्नान करने का विशेष महत्व है. यहां दूर दराज से लोग आज के दिन स्नान करने आते हैं. उनाव कस्बे में बने अति प्राचीन भगवान भास्कर के मंदिर में स्नान और पूजा अर्चना के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. इस प्राचीन मंदिर की खास बात ये है कि उनाव कस्बे से निकली पहुज नदी भगवान भास्कर के चरण पखारते हुए निकलती है और नदी में स्नान एवं सूर्य भगवान पर नदी का जल अर्पित करने से कुष्ठ रोगियों की समस्याओं का निवारण होता है.
मकर संक्रांति के पर्व पर उनाव बालाजी पहुंचे श्रद्धालु, पहुज नदी में लगाई आस्था की डुबकी
दतिया जिले में भगवान भास्कर की नगरी उनाव बालाजी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने पहुज नदी के तट पर आस्था की डुबकी लगाई.
बालाजी धाम में मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं का लगा तांता
पूरे देश में भगवान भास्कर का एक मात्र सूर्य मंदिर है, जो उनाव बालाजी धाम के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन ग्रहों के स्वामी सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. जिससे मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है और उनाव बालाजी में आज के दिन स्नान करने का बड़ा महत्व है.