दमोह। इन दिनों पूरा मध्यप्रदेश प्रचंड गर्मी से जूझ रहा है. करीब 15 दिन बीत जाने के बाद भी दमोह का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं पहुंच रहा है, बल्कि पिछले तीन दिनों में तापमान 47 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है. बुधवार को दमोह का तापमान 47.4 डिग्री दर्ज किया गया था, एक रिपोर्ट के मुताबिक दमोह विश्व के उन 15 शहरों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया था, जबकि दमोह जिला घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है.
निर्जन होती पहाड़ियां बढ़ती गर्मी के लिए जिम्मेदार, 3 दिनों से 47 के पार दमोह का तापमान
पिछले तीन दिनों में तापमान 47 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दमोह विश्व के उन 15 शहरों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया था. जानकारों के मुताबिक दमोह के आसपास मौजूद पहाड़ियों पर हरियाली खत्म होने के चलते पहाड़ियां गर्मी से तप रही हैं.
पर्यावरण के जानकारों की मानें तो दमोह के आसपास मौजूद पहाड़ियों पर हरियाली खत्म होने के चलते पहाड़ियां गर्मी से तप रही हैं और पेड़ नहीं होने की वजह से ही ये पहाड़ियां जल्दी गर्म हो जाती हैं और धूप खत्म होने के बहुत देर बाद ठंडी होती हैं. जिसके चलते तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है. हमारे सहयोगी ने इन पहाड़ियों का दौरा किया तो पाया कि हरी-भरी रहने वाली पहाड़ी इन दिनों वीरान हो गयी हैं. इनकी हरियाली पूरी तरह नष्ट होने की कगार पर है.
दमोह के कांग्रेस विधायक कहते हैं कि बारिश के समय कार्य योजना बनाकर इन पहाड़ियों पर पौधारोपण किया जाएगा, जबकि उन्होंने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर भी आरोप लगाया कि मिशन ग्रीन के तहत पौधे लगाए तो गए थे, लेकिन सही कार्ययोजना नहीं होने के चलते लोगों को उन पौधों के लगाए जाने का लाभ नहीं मिल सका. बीजेपी के समय जो मिशन ग्रीन के तहत लगाए गए पौधे लापता हुए हैं, उसकी जांच भी कराई जाएगी.