छिंदवाड़ा।शिक्षक को भगवान का दर्जा दिया गया है लेकिन कई बार ये शिक्षक अपनी करतूतों से बदमान होते हैं. छिंदवाड़ा के परासिया विधानसभा क्षेत्र के ठेसगोरा माध्यमिक शाला, जहां तीन शिक्षक अपॉइंट है, जिसमें एक अतिथि और दो शासकीय शिक्षक हैं. दोनों ही शासकीय शिक्षक बीते एक महीने से स्कूल नहीं आते, वहीं एक शिक्षक नशे की हालत में स्कूल आता है और विरोध करने पर बदतमीजी करता है.
नशे की हालत में स्कूल आता है शिक्षक, विरोध करने पर करता है बदतमीजी
सरकारे भले ही शिक्षा के नाम पर कितनी भी योजनाएं चला ले पर छिंदवाड़ा के परासिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ठेसगोरा माध्यमिक शाला जहां तीन शिक्षक होने के बावजूद भी ताला लगा रहता है, एक अतिथि शिक्षक कभी कभार स्कूल आता है वो भी नशे में.
कभी-कभी लगा रहता है ताला
कभी-कभी इस स्कूल में कोई नहीं आता, जिस कारण स्कूल में ताला लगा रहता है. स्कूल के इन हालातों के कारण यहां आने वाले बच्चे भी अब धीरे-धीरे स्कूल से दूरी बनाने लगे हैं. बच्चों ने बताया कि पढ़ाई नहीं होती इसलिए वो स्कूल नहीं आते. शिक्षकों को पढ़ाने के लिए कहने पर भी वो नहीं पढ़ाते, पूरा दिन ऑफिस में ही बैठे रहते हैं और चले जाते है.
वहीं पूरे मामले में वीआरसीसी संतोष डेहरिया का कहना है कि शित्रक का मेडिकल चेकअप करा कराया जाएगा, अगर वो नशे में स्कूल आते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों के विषय में अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा.