छिंदवाड़ा।साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ की मेहनत से प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की थी. हालांकि इस दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया था. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद छिंदवाड़ा से वरिष्ठ नेता दीपक सक्सेना का इस्तीफा दिलवाया और खुद छिंदवाड़ा से विधानसभा का चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे. फिलहाल कमलनाथ छिंदवाड़ा से विधायक हैं. 2023 में फिर से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार वापस आ सके, इसके लिए वे लगातार मेहनत कर रहे हैं.
बहू मैदान में होगी तो कोई विरोध नहीं :सूत्रों की मानें तो इस बार छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से सांसद नकुल नाथ की पत्नी और अपनी बहू प्रियानाथ को कमलनाथ चुनाव मैदान में उतार सकते हैं ताकि खुद प्रदेश भर में चुनावी तैयारियां कर सकें. फिलहाल छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कमलनाथ विधायक हैं. इसलिए कोई दावेदार खुलकर सामने नहीं आ रहा है लेकिन अगर कमलनाथ इस विधानसभा से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो कांग्रेस के कई दावेदार सक्रिय हो सकते हैं. ऐसे में सामंजस्य बनाना भी कठिन होगा. वहीं अगर कमलनाथ के परिवार से उनकी बहू इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में होंगी तो कोई विरोध नहीं होगा. इसलिए भी कमलनाथ ऐसा दांव चल सकते हैं.