छिंदवाड़ा। परासिया विधानसभा क्षेत्र के लोना पठार गांव के मजबूर किसान पथरीली जमीन पर मक्के की फसल उगा रहे हैं, जहां उन्हें प्राकृतिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.
पथरीली खेती से मौसम ने की बेवफाई, पत्थर दिल सरकार भी नहीं ले रही किसानों की सुध
छिंदवाड़ा में मक्के की फसल बर्बाद होने की वजह से किसान परेशान हैं. न तो फसलों का सर्वे कराया जा रहा है और न ही मुआवजा मिल रहा है.
किसान एक तरफ जहां पथरीली जमीन पर खेती करते हैं तो वहीं मौसम की मार भी झेलनी पड़ती है, जिससे अधिकांश मक्के की फसल खराब हो गई. अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का अभी तक सर्वे भी नहीं कराया गया है, जिसके चलते मुआवजा भी नहीं मिल रहा है, जिसके चलते घर चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
किसान अनक लाल उइके का कहना है कि इतनी फसल बर्बाद होने के बाद भी कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. उनका कहना है कि सरकारी राहत तो दूर की बात है, यहां अधिकारी और पटवारी तक नहीं आते.