छिंदवाड़ा। अमरवाड़ा तहसील में एक युवक की दरोगा बनने की ख्वाहिश अधूरी रह गई, जिसके चलते उसने अपने घरवालों को खुश करने के लिए पुलिस की नकली वर्दी खरीदी और फर्जी उपनिरीक्षक बन गया. फिर तो ग्रामीण क्षेत्रों में वर्दी का रौब भी दिखाने लगा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
परिजनों को खुश करने के लिए नकली दारोगा बना युवक, फिर दिखाने लगा वर्दी का रौब, तभी...
छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा तहसील में नकली पुलिस का मामला सामने आया है. जिसमें एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाला युवक अपने परिजनों को खुश करने के लिए नकली उपनिरीक्षक बन गया.
बटकाखापा थाना एएसआई द्वारका पाल ने बताया कि अतरिया के बाजार में एक शख्स जो नकली पुलिस बनकर व्यापारियों को चकमा दे रहा था. इसी दौरान दो युवकों को उस पुलिस वाले पर शक हुआ और उससे कुछ सवाल पूछे. जिनके उसने गोलमोल जवाब दिए. जिसके चलते दोनों युवकों ने बटकाखापा पुलिस को फोन कर जानकारी दी.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एएसआई द्वारका पाल ने उस दरोगा से उसकी पोस्टिंग के बारे में पूछा तो वह घबरा गया और सच्चाई सामने आ गई. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसका नाम कृष्णा उर्फ चमारी धुर्वे जो निर्भयपुर गांव का निवासी है. वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है. एक माह पहले उसने छिंदवाड़ा से एएसआई की वर्दी खरीदी थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.