छतरपुर। कर्री गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक साथ 50 से 60 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भेजा गया. ग्रामीण जैसे ही सो कर उठे उन्हें डाक के जरिए गिरफ्तारी वारंट मिला. वहीं जब सभी ग्रामीण अपनी फरियाद लेकर सरपंच के पास पहुंचे तो हैरान करने वाली बात सामने आई कि खुद सरपंच के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है.
छतरपुर जिले से 17 किलोमीटर दूर कर्री गांव में 50 से 60 लोगों की गिरफ्तारी वारंट पहुंचने से गांव में खलबली मच गई. जब ग्रामीण अपनी आपबीती सुनाने सरपंच के पास पहुंचे तो पता चला उसके खिलाफ भी वारंट जारी किया गया है. जिसके बाद ग्रामीण सरपंच को लेकर तहसील पहुंचे और वकील से घटना बताई.
वहीं ग्रामीणों एवं किसानों का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं है कि किस वजह से उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है. उन्होंने न कोई झगड़ा किया और न ही थाने में किसी प्रकार का कोई प्रकरण पंजीबद्ध है. इसके बाद उन्हें वारंट थमा दिया गया. जिससे सभी लोग सकते में हैं.
वहीं सरपंच का कहना है कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. हमने छतरपुर तहसील जाकर अभी अपनी जमानत कराई है. इस मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान का कहना है कि चुनाव के चलते गांव के कुछ लोगों को वॉण्ड ओवर किया गया है. शायद इसी के चलते उन्हें गिरफ्तारी वारंट भेजा गया होगा. लेकिन प्रशासन को चाहिए कि इस प्रकार की कार्यवाही में कोई आम इंसान या किसान को बेवजह परेशानी नहीं होनी चाहिए.