छतरपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि वह किसानों को लेकर गंभीर है, लेकिन जिले के राजनगर विधानसभा क्षेत्र में किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे है. उनकी फसलें सूख रही है, लेकिन इस ओर ध्यान देने के बजाए जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं.
अन्नदाताओं की सुनो पुकार
केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार किसानों को लेकर तमाम दम भरती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. रनगुवा डैम से करीब 20 गांव के किसानों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. उनका कहना है कि नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते उनकी फसलें सूख रही है. एसडीएम से लेकर कलेक्टर तक शिकायत की जा चुकी है. इसके बाद भी जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है.
किसान लगातार कर रहे पानी की मांग, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध - पानी की मांग
छतरपुर जिले में किसान लगातार पानी की मांग कर रहे है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
परेशान होकर किसान रनगवां डैम पहुंचे और हड़ताल करने लगे. इस दौरान उन्होंने बताया कि रनगवां डैम से किसानों की फसलों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. कई दिनों से हम लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है. किसानों ने बताया कि रनगवां डैम से पानी उत्तर प्रदेश की तरफ रहा है, लेकिन स्थानीय और मध्य प्रदेश के किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है.
इसी दौरान किसानों को जानकारी लगी कि उत्तर प्रदेश से रनगवां डैम की निरीक्षण करने उत्तर प्रदेश से अधिकारी पहुंचे हैं. निरीक्षण करने के बाद अधिकारी जब लौट रहे थे, तो किसानों ने दसईपुरा रोड पर अधिकारियों से मिलने पहुंच गए, लेकिन किसानों की बात ना सुनकर वह निकल गए. वहीं इंजीनियर ओर एसडीओ को किसानों ने रोका और अपनी बात रखी, लेकिन उन्होंने भी किसानों की समस्या नहीं सूनी.