छतरपुर। मध्यप्रदेश में 28 सीटोंं पर होने वाले उपचुनाव में बड़ामहलरा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं. चुनाव की तारीखों के एलान के बाद सियासी दल और नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं. बड़ामलहरा विधानसभा सीट से साध्वी रामसिया भारती कांग्रेस की प्रत्याशी हैं और टिकट मिलने के बाद से ही जनसंपर्क में जुटी हैं.
शनिवार को रामसिया भारती बड़ामलहरा पहुंची. उन्होंने घुवारा और बकस्वाहा में सुंदर कांड के बाद कांग्रेस कार्यलायों का शुभारंभ भी किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने रामायण का वाक्या सुनाते हुए कहा कि बीजेपी प्रत्याशी प्रदुमन सिंह लोधी कालनेमि का काम कर रहे हैं, जिन्हें बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र की जनता जवाब देगी.
रामसिया भारती ने लोगों से मुलाकात की साध्वी रामसिया भारती ने दिए कई सवालों के जवाब
- सवाल- सांसद राकेश सिंह ने कहा है कि उमा भारती की ये स्पेशल सीट है, इसलिए कांग्रेस ने दांव आजमाते हुए यहां से आपको प्रत्याशी बनाया है?
जवाब-वो मेरी बड़ी बहन समान हैं, उनका काम तो जनता ने देखा ही है और जनता जवाब देगी. उमा भारती ने इस क्षेत्र में विकास नहीं किया है, इस क्षेत्र को विकास पुरुष चाहिए अभी तक यहां विनाश पुरुष रहे हैं.
- सवाल- किन-किन मुद्दों को लेकर काम करेंगी आप?
जवाब- इस क्षेत्र का मुझ पर विशेष कर है. यहां कि जनता को जल, शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी की मुख्य परेशानी है. उन सबको उद्देश्य बनाया है. अगर हमारी सरकार बनती है तो यहां के लोगों को पलायन नहीं करना होगा.
- सवाल- जाति के समीकरण को लेकर आप चुनावी मैदान में हैं?
जवाब-वैसे मैं तो संत हूं और संत की कोई जाति नहीं होती.
कौन हैं साध्वी साम सिया भारती-
- लोधी बहुल मतदाताओं की सीट बड़ामलहरा से कांग्रेस ने रामसिया भारती को प्रत्याशी बनाया है.
- राम सिया भारती लोधी समुदाय से आती हैं और टीकमगढ़ जिले पलेरा ब्लॉक की रहने वाली हैं.
- टीकमगढ़ जिले से ही उमा भारती की तरह उनकी साध्वी की छवि है और वो काफी अच्छी भजन गायिका हैं.
- उन्होंने बचपन में ही संन्यास की दीक्षा ले ली थी और प्रवचन करती रहीं.
- माना जा रहा है कि, लोधी बहुल सीट से बीजेपी के संभावित प्रत्याशी कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के मतदाताओं को बांटने के लिए कांग्रेस ने यह दांव खेला है.
- 2018 के विधानसभा चुनाव में भी वे टिकट के दौड़ में थी लेकिन उन्हें उम्मीदवारी नहीं मिली थी, लेकिन इस बार उन्हें कमलनाथ का भरोसा मिल गया है.
- रामसिया भारती जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुकी हैं, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी थी.