भोपाल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय का घेराव किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय पर हो रही राजनीति का असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ रहा है.विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि विश्वविद्यालय को लेकर हो रही राजनीति का पत्रकारिता विश्वविद्यालय हमेशा शिकार होता रहा है. जिससे ना केवल विश्वविद्यालय की साख प्रभावित होती है बल्कि विद्यार्थियों को नौकरी के अवसरों पर भी इसका असर पड़ता है.
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में एबीवीपी छात्रों द्वारा धरना प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय का घेराव किया.
विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने विश्वविद्यालय में कमलनाथ सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए. आंदोलन के बाद विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष बंटी चौहान ने कुलपति पी नरहरि से फोन पर बात की उसके बाद आंदोलन खत्म किया. विद्यार्थी परिषद ने कुलपति को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई और जल्द इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करने पर विवश हो जाएगा.
विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि विश्वविद्यालय में कार्यरत जगदीश उपासने का कुलपति के पद से जबरदस्ती इस्तीफा दिलवाया गया और एक आईएएस ऑफिसर को कुलपति बनाया गया जो कि सरासर सरकार की मनमानी है. नई सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शैक्षणिक संस्थाओं की स्वच्छता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है.विद्यार्थी परिषद का यह मानना है कि शिक्षा के क्षेत्र में राजनीति का स्थान नहीं है और इस प्रकार की कार्रवाई से न केवल देश के सुप्रसिद्ध विश्वविद्यालय के नाम को धब्बा लगता है बल्कि विद्यार्थियों के नौकरी पाने के अवसर भी खत्म होते हैं. इस प्रकार के फैसले और विश्वविद्यालय में राजनीतिक दखलअंदाजी छात्र हितों के विरुद्ध है.