बुरहानपुर। नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे दे दिया है, दरअसल सुमित्रा देवी ने मध्य प्रदेश सचिवालय को सीधा इस्तीफा सौंपा, किसी को भी इस बारे में उन्होंने भनक तक नहीं लगने दी, जिसके बाद कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी इस पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते रहे, जैसे ही सुमित्रा देवी का इस्तीफा दिए जाने की खबरें आईं तो सूबे की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया.
कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी के इस्तीफे पर सियासत प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बताया है कि सुमित्रा देवी नेपानगर से विधायक हैं.उन्होंने अपनी मर्जी से आकर इस्तीफा दिया है. उनसे आग्रह पूर्वक कहा था कि एक बार अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करें. लेकिन उन्होंने पुनर्विचार के बाद फिर आग्रह किया कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने इस्तीफे का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ते हुए कहा कि बीजेपी देश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है, बीजेपी के नेता कांग्रेसी विधायक को मैनेज कर रहे हैं. वहीं निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा सुमित्रा देवी अकेले पड़ गईं थीं, इसलिए उन्होंने ये कदम उठाया है. उन्होंने दावा किया कि सुमित्रादेवी बीजेपी में शामिल होकर नेपानगर सीट से चुनाव लड़ेंगी. सुरेंद्र सिंह ने साफ किया कि वे खुद बीजेपी में शामिल नहीं होंगे.
बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने विधायक सुमित्रा देवी के इस्तीफे का कारण कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी को बताया है. उधर नेपानगर की पूर्व बीजेपी की विधायक मंजू दादू ने कहा कि अगर सुमित्रा देवी बीजेपी में शामिल होतीं हैं, तो उनका स्वागत है और बीजेपी उन्हें नेपानगर उपचुनाव में टिकट देती है तो वे उनके साथ हैं.