भोपाल। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टोक्यो पैरालम्पिक केनौ फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने वाली प्राची यादव से मुलाकात की. सिंधिया ने ग्वालियर की बिटिया से मुलाकात कर उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं.
केंद्रीय मंत्री ने की प्राची से मुलाकात
सिंधिया ने इस संबंध में ट्वीट कर लिखा, 'टोक्यो पैरालम्पिक कैनो फाइनल में अदभुत प्रदर्शन कर हम सभी को गौरवान्वित करने वाली ग्वालियर की बिटिया प्राची यादव से मुलाकात कर उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
प्राची ने फाईनल में बनाई थी जगह
दरअसल, भोपाल की प्राची यादव (26) पोलियो से ग्रस्त हैं. उनकी कमर के नीचे के हिस्से में लकवा मार चुका है और नाव को हिलाने के लिए अपने ऊपरी शरीर का उपयोग करती हैं. उन्होंने 1 मिनट 07.397 सेकंड का समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया और फाईनल में जगह बनाई थी. उन्हें सी फॉरेस्ट वाटरवे पर पांच नावों की दौड़ में ग्रेट ब्रिटेन की जीनत चिपिंगटन और कनाडा की ब्रायना हेनेसी के बाद तीसरा स्थान प्राप्त किया था.
2007 से पैरा-स्पोर्ट्स में हैं प्राची
प्राची यादव भोपाल की एक झील में प्रशिक्षण लेती है. वह 2007 से पैरा-स्पोर्ट्स में है, जबसे उन्होंने तैरना शुरू किया था. हालांकि प्राची यादव तोक्यो ओलंपिक की महिलाओं की एकल 200 मीटर वीएल2 कैनो स्प्रिंट स्पर्धा के फाइनल में निराशाजनक आठवें स्थान पर रहीं. प्राची ने रेस 1:07.329 सेकेंड में पूरी की जिससे वह पोडियम स्थान हासिल करने में असफल रहीं.
कोच की सलाह पर आईं कैनोइंग में
बता दें कि प्राची ने 1:07.397 सेकेंड के समय से सेमीफाइनल में तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई किया था. प्राची भारत के लिये पैरा तैराक चैम्पियन थीं जिसके बाद अपने कोच की सलाह के बाद वह कैनोइंग में आ गयीं. केए2/वीएल2 क्लास में केवल वही एथलीट हिस्सा लेते हैं जो अपनी बांह और उदर के हिस्से से खुद को आगे बढ़ा सकते हैं.