भोपाल(bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में स्वीकृत सभी सीवरेज परियोजनाओं का कार्य समय से पूरा के निर्देश दिए है. सीएम ने विकास कामों के लिए धन बर्बाद न करने के निर्देश दिए है. वहीं गुणवत्ता पर भी ध्यान देने को कहा है.
10 सीवरेज परियोजना पूरी
प्रदेश में साल 2015 से अभी तक 5 हजार 631 करोड़ रूपए की लागत की 54 सीवरेज परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं. जिनमें से 10 को पूरा कर लिया गया है. 37 काम विकास कार्यों के लिए जारी है. 07 परियोजनाओं की टेंडर/ डीपीआर जारी है. इन परियोजनाओं में अभी तक कुल 02 हजार 863 करोड़ रूपए खर्ज किए जा चुके हैं.
सीवरेज परियोजनाओं की गुणवत्ता का रखें ध्यान: सीएम शिवराज - project
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में स्वीकृत सभी सीवरेज परियोजनाओं का कार्य समय से पूरा के निर्देश दिए है.सीएम ने सभी परियोजनाओं को 2023 तक पूरा करने के निर्देश दिए गए है.
1159.44 करोड़ की 10 सीवेरज परियोजनाएं पूर्ण
प्रदेश में 1159.44 करोड़ लागत की 10 सीवरेज परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं. परियोजनाएं सीहोर, विदिशा, खरगौन, देवास, इंदौर (दो परियोजनाएं), ग्वालियर (मुरार), मुरैना, बुरहानपुर और नीमच जिलों में है.
13 परियोजनाएं मार्च 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य
13 सीवरेज परियोजनाएं जून 2021 से मार्च 2022 तक पूरी कर ली जाएंगी. ये परियोजनाएं हैं ग्वालियर (लश्कर-3, लक्ष्य जून-2021), रतलाम, धरमपुरी, बुधनी (लक्ष्य सितम्बर 2021), भिंड, अमरकंटक, ओंकारेंश्वर (लक्ष्य दिसम्बर 2021) दतिया, गुना, भोपाल (कोलार), भोपाल (भोजवैटलेंड), अंजड और छिंदवाड़ा (लक्ष्य मार्च 2022).
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22 परियोजनाएं मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य
प्रदेश की 22 सीवरेज परियोजनाएं जून 2022 से मार्च 2023 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य हैं. ये परियोजनाएं हैं सागर, जबलपुर, उज्जैन, भोपाल (शाहपुरा), सांईखेड़ा, बड़वाह, महेश्वर, नसरूल्लागंज, शाजापुर, मंडलेश्वर, चित्रकूट, डिंडोरी, नेमावर (लक्ष्य जून 2022), भेड़ाघाट (लक्ष्य सितम्बर 2022), कटनी, सिंगरौली, होशंगाबाद, बड़वानी, सेंधवा, नरसिंहपुर, मंडला, (लक्ष्य दिसम्बर 2022) , रीवा परियोजना (लक्ष्य मार्च 2023).
09 परियोजनाओं को जून 2023 तक पूरा करने के निर्देश
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि 09 परियोजनाओं को जून 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. ये परियोजनाएं हैं सनावद, शहडोल, सतना, साँची, धामनोद, नागदा, खजुराहो, राजनगर तथा मैहर परियोजना है.
पहले जल स्त्रोत ढूंढ़ लें फिर पाइप लाइन डालने का करे काम
मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की शिवपुरी शहर स्थित झीलों के पर्यावरण उन्नयन और संरक्षण की परियोजना और मंदाकिनी नदी संरक्षण परियोजना, चित्रकूट का काम भी समय से पूरा किए जाने के निर्देश दिए गए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के कार्यों में पहले जल स्त्रोत ढूंढ़ लिया जाए उसके बाद पाइप लाइन डाले जाने का कार्य किया जाए.