भोपाल। शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश की विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया है. सभापति तालिका के वरिष्ठ सदस्य जगदीश देवड़ा ने आसंदी का कार्यभार संभाला और सरकार के बहुमत साबित करने की प्रक्रिया पूरी कराई. शिवराज सरकार ने 112 वोटों के साथ अपना बहुमत साबित किया. इसके बाद विधानसभा की कार्रवाई 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
शिवराज सरकार ने विधानसभा में साबित किया अपना बहुमत विधानसभा की कार्रवाई में कांग्रेस ने नहीं लिया हिस्सा
विधानसभा में बीजेपी द्वारा बहुमत साबित करने के लिए बुलाए गए तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन कांग्रेस का एक भी विधायक कार्रवाई में शामिल नहीं हुआ. इसको लेकर बीजेपी के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आशंकाओं में घिरी हुई है, उन्हें आशंका थी कि यदि वे विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए तो उनके विधायकों की संख्या कम हो सकती है.
विधानसभा तालिका के वरिष्ठ सदस्य ने कराया बहुमत परीक्षण
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और उपाध्यक्ष हिना कावरे द्वारा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद, विधानसभा तालिका के वरिष्ठ सदस्य जगदीश देवड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर बैठकर शिवराज सिंह चौहान सरकार के बहुमत की प्रक्रिया पूर्ण कराई. शिवराज सरकार के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिवराज सरकार को निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन दिया और 112 विधायकों ने शिवराज सरकार को अपना समर्थन दिया.
विधानसभा की कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्थगित
विधानसभा में शिवराज सरकार द्वारा अपना बहुमत साबित करने के बाद विधानसभा की कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है. 26 मार्च को राज्यसभा के चुनाव भी होने थे, लेकिन अब माना जा रहा है कि ये प्रक्रिया बाद में की जाएगी. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही के दौरान चुनिंदा लोगों को ही विधानसभा में प्रवेश दिया गया. कार्यवाही में शामिल हुए तमाम सदस्य मास्क लगाकर विधानसभा पहुंचे.